पर अमेरिका ने शनिवार को बड़ा हमला किया, जिसमें अब तक 22 लोगों की मौत हो गई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हूतियों के खिलाफ निर्णायक सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया है.
ट्रम्प ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हूती विद्रोही हमले जारी रखते हैं, तो उनकी स्थिति नरक से भी बदतर हो जाएगी.
अमेरिका ने शनिवार को यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर बड़ा हमला किया, जिसमें अब तक 22 लोगों की मौत हुई है. हूतियों के स्वास्थ्य और पर्यावरण मंत्रालय ने साबा समाचार एजेंसी पर एक बयान में कहा कि नौ नागरिक मारे गए और नौ अन्य घायल हैं, इनमें अधिकांश हालत गंभीर है.
ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद मिडिल ईस्ट में यह सबसे बड़ा सैन्य अभियान है. लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने के कारण राष्ट्रपति ट्रम्प ने हूतियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया है.
ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिखा, “ईरान से आर्थिक समर्थन पाने वाले हूतियों ने अमेरिकी विमानों पर मिसाइलें दागी हैं और हमारे सैनिकों और सहयोगियों को निशाना बनाया है. समुद्री डकैती, हिंसा और आतंक से अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है और लोगों की जान खतरे में पड़ी है.”
उल्लेखनीय है कि हूती विद्रोहियों ने नवंबर 2023 से अब तक शिपिंग पर 100 से अधिक हमले किए, जिसे रोकने के लिए अमेरिकी सेना को कई अभियान चलाने पड़े.पिछले राष्ट्रपति बाइडेन ने हूतियों के खिलाफ सीमित कार्रवाई की थी लेकिन अब ट्रम्प ने अधिक आक्रामक रुख अपनाने की मंजूरी दी है.
हूती यमन के अल्पसंख्यक शिया जैदी समुदाय का हथियारबंद समूह है, जिसने पिछले दशक में यमन के ज्यादातर हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है. हूती गाजा में हमास-इजराइल संघर्ष में फिलिस्तीनियों के प्रति एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार