कृषि विभाग द्वारा कृषक पंजीयन डिजिटल पब्लिक इन्फास्ट्रक्चर के तहत एक महत्वपूर्ण पहल किया गया है जिसका उद्देश्य कृषि स्वामी की एक व्यापक और एकीकृत पंजीयन बनाना है. इस पंजीयन के माध्यम से सरकारी योजनाएँ और लाभ सही लाभार्थियों तक कुशलता पूर्वक पहुंचे.
योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान पंजीयन अनिवार्य किया गया है. अब तक जिले के 69398 किसानों ने पंजीयन करा लिया है.
कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि, फार्मर आईडी बनाने हेतु जिले में सभी किसानों का निःशुल्क पंजीयन लोक सेवा केन्द्र (सीएससी), प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों एवं ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर फार्मर आईडी बनाई जा रही है. जिसमें कृषि विभाग से संबंधित ग्राम के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों एवं राजस्व विभाग से पटवारियों की ड्यूटी लगाई गई है. इसके साथ ही लिंक https://cgfr.agristack.gov.in/farmer-registry-cg/ का प्रयोग कर किसान स्वयं पंजीयन कर सकते है.
फार्मर आईडी बनवाने हेतु अनिवार्य दस्तावेज-किसान को अपने सभी भूमि का बी-1 खसरा, ऋण पुस्तिका और आधार से लिंक मोबाईल नंबर (जिसमें आधार सत्यापन ओ.टी.पी होती हो) की आवश्यकता होगी.
कृषक पंजीयन आईडी से लाभ-कृषि ऋण आवेदन, कृषि योजनाओं का लाभ, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आगामी किस्त का हस्तातरण फार्मर आईडी (किसान कार्ड) के आधार पर किया जाएगा. किसानों को आधार आधारित 11 अकों की एक यूनिक फार्मर आईडी (विशिष्ट किसान आईडी) मिलेगी, जिससे किसान डिजिटल रूप से अपनी पहचान प्रमाणित कर सकेंगे.
हिन्दुस्थान समाचार
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