ऑपरेशन प्रहार केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ में शांति और सुरक्षा स्थापित करने की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है. इसे अलग-अलग राज्यों की पुलिस अपराधियों और गैरकानूनी काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए इस्तेमाल करती है. लेकिन छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन प्रहार’ का मतलब नक्सलियों से लड़ाई है.
यह नक्सलियों के खिलाफ लगातार चलने वाली कार्रवाइयों का नाम है, जिसका लक्ष्य नक्सली संगठनों का खात्मा करना है. ये ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ सीआरपीएफ (CRPF) और छत्तीसगढ़ पुलिस (CGP) का एक संयुक्त मिशन था.
8 पॉइंटस में जानें क्या है ऑपरेशन प्रहार
- केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने 2017 में इस समाधान अभियान की शुरुआत की थी. इसके साथ ही ऑपरेशन प्रहार के कई चरण शुरू हुए. यह पहली बार था कि सुरक्षा बलों ने नक्सल प्रभावित राज्यों, खासकर छत्तीसगढ़ में जंगलों के अंदर नक्सल विद्रोहियों के मुख्य इलाकों में प्रवेश किया.
- ‘ऑपरेशन प्रहार’ नाम का उपयोग मुख्य रूप से 2017 के आसपास से सुरक्षा बलों द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे आक्रामक अभियानों के लिए किया जा रहा है. इसका प्राथमिक उद्देश्य छत्तीसगढ़ से नक्सलियों को उनके ठिकानों से हटाना है.
- छत्तीसगढ़ पुलिस, डीआरजी और एसटीएफ जैसी सुरक्षा एजेंसियां खुफिया जानकारी के आधार पर नक्सलियों के ठिकानों पर छापेमारी और घेराबंदी करती हैं, जिसमें घने जंगलों में लंबे तलाशी अभियान शामिल हैं.
- ऑपरेशन प्रहार का मुख्य फोकस छत्तीसगढ़ का बस्तर क्षेत्र रहा है, जो नक्सली गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र है.
- ‘ऑपरेशन प्रहार’ को अलग-अलग समय पर विभिन्न चरणों में चलाया गया है, जिसमें विशिष्ट लक्ष्यों और क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है (जैसे प्रहार 1, प्रहार 2, प्रहार 3).
- सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन में कई नक्सलियों को मार गिराया, गिरफ्तार किया और उनके शिविरों को नष्ट किया है, जिससे नक्सली गतिविधियों पर दबाव बढ़ा है।
- ऑपरेशन प्रहार’ अलग-अलग समय पर विभिन्न रणनीतियों और लक्ष्यों के साथ चलाया जा सकता है, जो जमीनी स्थिति और खुफिया जानकारी पर निर्भर करता है.
- ‘ऑपरेशन प्रहार’ के अलावा सरकार ने नक्सलियों के खात्मे के लिए कई अन्य ऑपरेशन भी चलाए हैं. इनमें ‘ऑपरेशन ग्रीन हंट’, ‘ऑपरेशन हिल विजय’, ‘ऑपरेशन समाधान-प्रहार’ और ‘ऑपरेशन थंडर’ जैसे उल्लेखनीय ऑपरेशन शामिल हैं.
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