मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सलमुक्त नीति का परिणाम अब जमीनी स्तर पर दिखने लगा है. हाल ही में सुकमा जिले में 11 सक्रिय नक्सलियों ने सामूहिक आत्मसमर्पण किया है. जिसके बाद अब सुकमा जिले का बडेसट्टी गांव पहला नक्सल मुक्त ग्राम पंचायत बन गया है.
यह घटना न केवल बड़ेसट्टी पंचायत के लिए, बल्कि समूचे सुकमा और बस्तर अंचल के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है कि अब बंदूक नहीं, विकास की राह ही बदलाव का मार्ग है.
आपको बता दें कि बडेसट्टी ग्राम नक्सल सदस्य मुक्त होने वाला प्रदेश का पहला ग्राम पंचायत होगा. इस ग्राम पंचायत को “नक्सली इलवद पंचायत योजना” के तहत 1 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों की स्वीकृति भी दी जाएगी.
क्या है नक्सली इलवद पंचायत योजना?
नक्सली इलवद पंचायत योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक पहल है जिसका मुख्य उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देना और नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित करना है. ‘इलवद’ का स्थानीय भाषा में अर्थ होता है ‘हमारा गांव’.
- नक्सल मुक्त पंचायत घोषणा:
‘ नक्सली इलवद पंचायत योजना’ के तहत ऐसे ग्राम पंचायत जो सभी सक्रिय नक्सली संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटते हैं, उन्हें ‘नक्सल-मुक्त ग्राम पंचायत’ घोषित किया जाता है. - विकास कार्यों के लिए विशेष निधि:
नक्सल मुक्त घोषित होने वाली प्रत्येक ग्राम पंचायत को विकास कार्यों के लिए ₹1 करोड़ की राशि तत्काल स्वीकृत की जाती है. यह राशि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, सामुदायिक भवन जैसे प्राथमिक ढांचे के विकास में व्यय की जाती है, जिससे क्षेत्र में स्थायी शांति और विकास सुनिश्चित किया जा सके. - नक्सली आत्मसमर्पण को प्रोत्साहन:
यह योजना नक्सलियों को हिंसा का मार्ग छोड़कर शांतिपूर्ण जीवन अपनाने के लिए एक प्रोत्साहन के रूप में कार्य करती है. जब एक पूरा गांव नक्सलियों से मुक्त होता है, तो अन्य क्षेत्रों के नक्सलियों पर भी आत्मसमर्पण करने का दबाव बनाता है. - सामुदायिक भागीदारी:
यह योजना स्थानीय समुदायों को नक्सलवाद के खिलाफ एकजुट होने और अपने गांवों को नक्सल मुक्त बनाने के लिए प्रोत्साहित करती है. - ‘नियद नेल्लानार’ योजना का पूरक:
यह योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक अन्य महत्वपूर्ण पहल ‘नियद नेल्लानार’ (आपका अच्छा गांव) का भी पूरक है, जिसका उद्देश्य दूरदराज के गांवों में विकास पहुंचाना और सुरक्षा बलों की उपस्थिति को मजबूत करना है.
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