केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई ) की एक टीम ने रेलवे से जुड़े कार्यों में शामिल ठेकेदार कंपनी झाझरिया कंस्ट्रक्शन लिमिटेड पर छापा मारा. यह कार्रवाई सुबह के समय शुरू हुई, जिसमें 8 से 10 सदस्यों वाली सीबीआई टीम मौके पर जांच कर रही है. वहीं केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के मुख्य अभियंता (आईआरएसई: 2000) सहित चार लोगों को 32 लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया है.
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में अधिकारी के एक पारिवारिक सदस्य, एक निजी कंपनी के प्रबंध निदेशक और उक्त कंपनी का एक कर्मचारी शामिल हैं.
सीबीआई ने मुख्य अभियंता, निजी कंपनी, इसके प्रबंध निदेशक और कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आरोप है कि मुख्य अभियंता ने निजी कंपनी के पक्ष में रेलवे के ठेके और कार्य आदेशों में अनुचित लाभ देने के लिए रिश्वत ली. यह राशि उनके निर्देश पर उनके पारिवारिक सदस्य ने रांची में प्राप्त की. जांच में पता चला कि निजी कंपनी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के लिए विभिन्न निर्माण कार्य कर रही थी, जिसमें छोटे-बड़े पुल, रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी), रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी), और ट्रैक लाइनिंग जैसे कार्य शामिल थे.
सीबीआई ने 25 अप्रैल 2025 को जाल बिछाकर मुख्य अभियंता को तब पकड़ा, जब उनके पारिवारिक सदस्य ने निजी कंपनी के प्रतिनिधि से रांची में 32 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार की। रिश्वत की राशि सीबीआई ने पारिवारिक सदस्य के कब्जे से बरामद किया है. वर्तमान में बिलासपुर और रांची सहित कई स्थानों पर तलाशी अभियान जारी है.
वहीं आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, रेलवे प्रोजेक्ट्स में संभावित गड़बड़ियों और अनियमितताओं की शिकायत मिलाने पर बिलासपुर में झाझरिया कंस्ट्रक्शन लिमिटेड पर दबिश दी गई है. सीबीआई अधिकारियों ने कंपनी के कार्यालय में दस्तावेजों की गहन तलाशी ली और कई महत्वपूर्ण फाइलों व डिजिटल डेटा को जब्त किया. कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ की गई. झाझरिया कंस्ट्रक्शन लिमिटेड ने हाल ही में करोड़ों रुपये के रेलवे के प्रोजेक्ट हासिल किए हैं.
हिन्दुस्थान समाचार