छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र अंतर्गत कोतापल्ली गांव के कर्रेगुट्टा की काली पहाड़ी में लगातार पांच दिन से सुरक्षाबल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। शुक्रवार की रात 10 बजे तक वहां भारी फायरिंग और धमाके हुए.
आज से सुबह से वहां वायु सेना के चार हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहे हैं. यह देश भर में अब तक का सबसे बड़ा नक्सल विराेधी अभियान है, जिसमें 10 से 15 हजार जवानों ने बड़े कैडर के नक्सली लीडरों को काली पहाड़ी के इलाके में घेर रखा है. सुरक्षाबल के जवान अब नक्सलवाद के खिलाफ अंतिम लड़ाई लड़ रहे हैं.
नक्सलियों का खात्मा करने सुरक्षाबलों के जवान लगातार 5वें दिन भी बीजापुर के जंगलों में डटे हुए हैं. इसी बीच गलगम के जंगल में डीआरजी का एक जवान नक्सलियों द्वारा लगाये गये प्रेसर आईईडी की चपेट में आ गया. आईडी विस्फाेट में जवान के पैरों में गंभीर चोट आई है. घायल जवान को तत्काल गलगम सीआरपीएफ कैंप में प्राथमिक उपचार के बाद हेलीकॉप्टर से बीजापुर अस्पताल ले जाया गया है. आईईडी से घायल जवान की फाेटाे मिली है लेकिन इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
स्थानीय पत्रकाराें एवं ग्रामीणाें के अनुसार शनिवार सुबह 7 बजे से 4 वायु सेना के हेलीकॉप्टर काे उड़ान भरते देखा गया है. आसमान में लगातार हेलीकॉप्टरों की इस गतिविधि से बड़ा अपडेट आने की संभावना व्यक्त की जा रही है. वहीं कल रात 10 बजे तक भारी फायरिंग और बम धमाकों की आवाजें उसूर बस्ती के ग्रामीणाें ने सुनी हैं. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सुरक्षाबलाें ने किसी भी प्रकार की जानकारी या वीडियो साझा करने से रोका है. सुरक्षाबलों की ओर से इलाके में हाई अलर्ट जारी कर रखा है.
नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़े नक्सल विराेधी अभियान में पहले भौगोलिक परिस्थितियों से लड़ना सुरक्षाबलाें के लिए बड़ी चुनौती है। कर्रेगुट्टा पहाड़ के नीचे बसे गांवों में दोपहर का तापमान करीब 42 से 44 डिग्री है. वहीं पहाड़ की ऊंचाई में, चट्टान गर्म होने के बाद वहां का तापमान और बढ़ जाता है.
करीब 4 से 5 हजार फीट ऊपर की चोटी में बैठे नक्सलियों तक पहुंचने के लिए फोर्स पिछले चार दिनों से पैदल चल रही है । यह इलाका छत्तीसगढ़ और तेलंगाना प्रदेश सहित महाराष्ट्र की सीमा भी लगती है. पूरा इलाका चारों तरफ घना जंगल, बीच में कस्तूरीपाड़ गांव, एक किनारे कर्रेगुट्टा की पहाड़ी है और इसी पहाड़ी पर मुठभेड़ चल रही है.
सूत्राें के अनुसार लगातार पांच दिन से जारी मुठभेड़ में कई और नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. सुरक्षाबलों के ड्रोन में शवों की तस्वीर भी कैद हुई हैं, हालांकि उनके शव पुलिस ने बरामद नहीं किए हैं. इससे एक दिन पहले 6 नक्सलियों के मारे जाने की खबर थी, जिनमें 3 वर्दीधारी महिला नक्सली के शव सुरक्षाबलाें ने बरामद कर लिए हैं.
चेरला के स्थानीय युवक विनोद का कहना है कि मैं इस इलाके में माेटरसाइकिल से आया था. शनिवार दोपहर में लगभग 20 मिनट के अंदर ही सीरियल आईईडी विस्फाेट हुए हैं, धमाका इतना तेजदार था कि इसकी आवाज अब भी मेरे कानों में गूंज रही है.
हिन्दुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में DRG का एक जवान IED की चपेट में आकर घायल