Monday, June 16, 2025
No Result
View All Result
Live 24 Chattisgarh

Latest News

‘टू-नेशन थ्योरी के विचारवालों से देश को खतरा’ RSS प्रमुख डॉ मोहन भागवत

पहलगाम हमले पर RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत- ‘संकट में राष्ट्र की एकता और राजनीतिक परिपक्वता ही असली शक्ति’

प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराना गलत है: आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत

RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम: जानिए मुख्य अतिथि अरविंद नेताम ने क्या कहा?

चर्चिल की कहानी से मोहन भागवत का संदेश: ‘जनता ही राष्ट्र की ताकत’

  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Business
    • Legal
    • History
    • Viral Videos
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
Live 24 Chattisgarh
  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Business
    • Legal
    • History
    • Viral Videos
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
No Result
View All Result
Live 24 Chattisgarh
No Result
View All Result

Latest News

‘टू-नेशन थ्योरी के विचारवालों से देश को खतरा’ RSS प्रमुख डॉ मोहन भागवत

पहलगाम हमले पर RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत- ‘संकट में राष्ट्र की एकता और राजनीतिक परिपक्वता ही असली शक्ति’

प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराना गलत है: आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत

RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम: जानिए मुख्य अतिथि अरविंद नेताम ने क्या कहा?

चर्चिल की कहानी से मोहन भागवत का संदेश: ‘जनता ही राष्ट्र की ताकत’

  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
  • लाइफस्टाइल
Home Latest News

भारत की दूसरी सबसे बड़ी खनिज उत्पादक राज्य छत्तीसगढ़ का भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान

भारत के मध्य क्षेत्र में स्थित छत्तीसगढ़ राज्य खनिज संसाधनों की प्रचुरता के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है. यह राज्य न केवल देश की खनिज उत्पादन में अग्रणी है, बल्कि इसके खनिज संसाधन भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव को मजबूत करने में भी सहायक हैं.

Manya Sarabhai by Manya Sarabhai
May 31, 2025, 04:23 pm GMT+0530
FacebookTwitterWhatsAppTelegram

छत्तीसगढ़, जिसे अक्सर “भारत का चावल का कटोरा” कहा जाता है, अपनी कृषि समृद्धि के साथ-साथ अपनी अतुलनीय खनिज संपदा के लिए भी जाना जाता है. इस राज्य की अनूठी भूवैज्ञानिक बनावट इसे खनिजों का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाती हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में इसके योगदान का एक प्रमुख आधार है.

भारत के दूसरे सबसे बड़े खनिज उत्पादक राज्य के रूप में इसकी स्थिति इसकी विशाल खनिज संपदा और राष्ट्रीय विकास में इसके अनिवार्य योगदान का प्रमाण है.

छत्तीसगढ़ भूगोल और खनिज समृद्धि का परस्पर संबंध

छत्तीसगढ़ का भूगोल सीधे तौर पर उसकी खनिज संपदा को दर्शाता है. यह राज्य विभिन्न प्रकार की भूवैज्ञानिक संरचनाओं से मिलकर बना है, जिनमें अत्यंत प्राचीन आर्कियन चट्टानें, प्रोटेरोज़ोइक काल के तलछटी बेसिन, और मेसोजोइक युग की गोंडवाना संरचनाएं शामिल हैं. ये विविध भूवैज्ञानिक संरचनाएं विभिन्न खनिजों के निर्माण और उनके संचय के लिए आदर्श परिस्थितियां प्रदान करती हैं.

भौगोलिक स्थिति और खनिज संसाधनों की उपलब्धता

दक्कन पठार का पूर्वी किनारा: छत्तीसगढ़, विशाल दक्कन पठार के पूर्वी भाग में स्थित है. इस क्षेत्र में बेसाल्टिक लावा प्रवाह (डेक्कन ट्रैप) के साथ-साथ उसके नीचे लैटेराइट के महत्वपूर्ण जमाव पाए जाते हैं. लैटेराइट, बॉक्साइट का एक मुख्य स्रोत है, जो एल्यूमीनियम उद्योग के लिए बेहद जरूरी कच्चा माल है.

गोंडवाना संरचनाएं: राज्य के उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हिस्सों में गोंडवाना सुपरग्रुप की तलछटी चट्टानें प्रमुखता से फैली हुई हैं. ये संरचनाएं कोयले के विशाल भंडारों के लिए प्रसिद्ध हैं. छत्तीसगढ़ भारत के सबसे बड़े कोयला उत्पादक राज्यों में से एक है, और कोरबा, रायगढ़ और सरगुजा जैसे क्षेत्र इसके प्रमुख कोयला खनन केंद्र हैं. यह कोयला मुख्य रूप से ताप विद्युत संयंत्रों को बिजली उत्पादन के लिए ईंधन प्रदान करता है, साथ ही सीमेंट और इस्पात जैसे विभिन्न उद्योगों के लिए भी महत्वपूर्ण है.

लौह अयस्क और टिन का गढ़: दक्षिणी छत्तीसगढ़, विशेष रूप से बस्तर क्षेत्र, आर्कियन युग की प्राचीन ग्रेनाइट और नीस चट्टानों का घर है, जिन्हें बस्तर क्रेटन के नाम से जाना जाता है. ये प्राचीन चट्टानें लौह अयस्क और टिन जैसे धात्विक खनिजों के समृद्ध भंडार समेटे हुए हैं.

बैलाडीला की खदानें: दंतेवाड़ा जिले में स्थित बैलाडीला की खदानें अपनी उच्च-श्रेणी की हेमेटाइट लौह अयस्क के लिए विश्व-प्रसिद्ध हैं. इस अयस्क की गुणवत्ता इतनी बेहतरीन है कि यह जापान जैसे देशों को भी निर्यात किया जाता है, जिससे भारत को मूल्यवान विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है.

भारत का एकमात्र उत्पादक: यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि छत्तीसगढ़ भारत का एकमात्र टिन सांद्र उत्पादक राज्य है. बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों में टिन युक्त पेग्माटाइट शिराएं पाई जाती हैं. टिन, इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग, सोल्डरिंग (टांका लगाने) और विभिन्न मिश्र धातुओं में एक महत्वपूर्ण धातु है.

छत्तीसगढ़ सुपरग्रुप,सीमेंट उद्योग का आधार: राज्य का मध्य भाग मुख्य रूप से प्रोटेरोज़ोइक युग की तलछटी चट्टानों से बना है, जिन्हें छत्तीसगढ़ सुपरग्रुप कहा जाता है. इन संरचनाओं में चूना पत्थर और डोलोमाइट के विशाल भंडार हैं. ये खनिज सीमेंट उद्योग और इस्पात निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल हैं. रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर के आसपास के क्षेत्र में बड़ी संख्या में सीमेंट संयंत्र इस खनिज की प्रचुरता को दर्शाते हैं.

अन्य खनिज और विविधता:
इन प्रमुख खनिजों के अलावा, छत्तीसगढ़ में कई अन्य महत्वपूर्ण खनिजों के भंडार भी पाए जाते हैं, जो इस प्रकार हैं-

1.बॉक्साइट (सरगुजा और जशपुर)
2.हीरे (रायपुर जिले में मैनपुर क्षेत्र में किम्बरलाइट पाइप्स की पहचान हुई है)
3.सोना (सोनाखान क्षेत्र)
4.ग्रेफाइट
5.क्वार्टजाइट
6.ग्रेनाइट और फ्लैगस्टोन
7. रत्न (गेमस्टोन)
8. ग्रेफाइट, क्वार्टजाइट, कोरंडम, फ्लोराइट, बेरील

भारत के दूसरे सबसे बड़े खनिज उत्पादक राज्य के रूप में इसकी स्थिति

अगस्त 2023 की रिपोर्टों के अनुसार, ओडिशा भारत में शीर्ष खनिज उत्पादक है, जो देश के कुल खनिज उत्पादन के मूल्य में लगभग 44.11% का योगदान देता है. हालांकि, ओडिशा के बाद, छत्तीसगढ़ 17.34% की हिस्सेदारी के साथ भारत का दूसरा सबसे बड़ा खनिज उत्पादक राज्य है, जब खनिजों के कुल उत्पादित मूल्य की बात आती है.

यह स्थिति क्यों महत्वपूर्ण है?

“मूल्य के हिसाब से” दूसरा सबसे बड़ा होने का मतलब है कि छत्तीसगढ़ उच्च आर्थिक मूल्य वाले खनिजों का उत्पादन करता है, भले ही उनका आयतन (volume) उतना अधिक न हो जितना कि किसी अन्य राज्य के खनिजों का. यह इंगित करता है कि छत्तीसगढ़ द्वारा उत्पादित खनिज देश के उद्योगों के लिए अधिक महत्वपूर्ण और मूल्यवान कच्चे माल हैं.

छत्तीसगढ़ अभी भी कई प्रमुख खनिजों के उत्पादन में अग्रणी है-

कोयला: यह भारत के सबसे बड़े कोयला उत्पादक राज्यों में से एक बना हुआ है, जो देश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में कोयला उत्पादन में इसका हिस्सा 20.73% रहा है.

लौह अयस्क: बैलाडीला जैसे क्षेत्रों से निकलने वाला उच्च-श्रेणी का लौह अयस्क भारतीय इस्पात उद्योग की रीढ़ है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क में इसका योगदान 16.64% था.

टिन सांद्र: छत्तीसगढ़ भारत का एकमात्र टिन सांद्र उत्पादक राज्य है, जो इसे इस विशिष्ट खनिज के लिए एक रणनीतिक आपूर्तिकर्ता बनाता है (2023-24 में 100% योगदान).

चूना पत्थर: सीमेंट उद्योग के लिए आवश्यक चूना पत्थर के उत्पादन में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान है (2023-24 में 10.94% योगदान).

बॉक्साइट: एल्यूमीनियम उद्योग के लिए महत्वपूर्ण बॉक्साइट के उत्पादन में भी यह एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है (2023-24 में 4.32% योगदान).

छत्तीसगढ़ राज्य न केवल मात्रा बल्कि गुणवत्ता के मामले में भी खनिजों का एक पावरहाउस है.

1. कोयला (Coal)

छत्तीसगढ़ भारत का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक राज्य है, और देश के कुल कोयला उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा यहीं से आता है. राज्य में विशाल कोयला भंडार हैं, खासकर कोरबा, रायगढ़ और सरगुजा जिलों में.

महत्व:

ऊर्जा सुरक्षा: यह कोयला मुख्य रूप से देश के ताप विद्युत संयंत्रों (thermal power plants) को बिजली उत्पादन के लिए ईंधन प्रदान करता है, जिससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित होती है.

औद्योगिक उपयोग: यह विभिन्न उद्योगों जैसे सीमेंट, इस्पात और अन्य विनिर्माण इकाइयों के लिए एक महत्वपूर्ण कच्चा माल है.

2. लौह अयस्क (Iron Ore)

लौह अयस्क के उत्पादन में छत्तीसगढ़ तीसरे स्थान पर है, लेकिन इसकी गुणवत्ता इसे बेहद खास बनाती है. दंतेवाड़ा जिले में स्थित बैलाडीला की खदानें (Bailadila mines) अपनी उच्च-श्रेणी की हेमेटाइट लौह अयस्क के लिए विश्व-प्रसिद्ध हैं.

महत्व:
इस्पात उद्योग की रीढ़: यह उच्च-गुणवत्ता वाला लौह अयस्क भारतीय इस्पात उद्योग (steel industry) के लिए प्राथमिक कच्चा माल है, जो देश के बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

निर्यात: बैलाडीला से निकलने वाले लौह अयस्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा जापान जैसे देशों को निर्यात भी किया जाता है, जिससे भारत को मूल्यवान विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है.

3. बॉक्साइट (Bauxite)

छत्तीसगढ़ में बॉक्साइट के भी महत्वपूर्ण भंडार मौजूद हैं, खासकर सरगुजा और जशपुर जैसे क्षेत्रों में.

महत्व:

एल्यूमीनियम उत्पादन: बॉक्साइट एल्यूमीनियम के उत्पादन के लिए मुख्य अयस्क है. एल्यूमीनियम का उपयोग विमानन, ऑटोमोबाइल, निर्माण और पैकेजिंग जैसे विभिन्न उद्योगों में होता है.

4. चूना पत्थर (Limestone)

राज्य में चूना पत्थर के विशाल भंडार हैं, जो इसे देश के कुल सीमेंट उत्पादन में 20% तक का योगदान करने में सक्षम बनाता है। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर के आसपास के क्षेत्र में बड़ी संख्या में सीमेंट संयंत्र इस खनिज की प्रचुरता का प्रमाण हैं.

महत्व:

सीमेंट उद्योग: यह सीमेंट उत्पादन का सबसे आवश्यक कच्चा माल है, जो निर्माण क्षेत्र और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए महत्वपूर्ण है.

इस्पात उद्योग: इस्पात निर्माण प्रक्रिया में भी चूना पत्थर का उपयोग फ्लक्स के रूप में किया जाता है.

5. डोलोमाइट (Dolomite)

चूना पत्थर के साथ-साथ, छत्तीसगढ़ में डोलोमाइट के भी पर्याप्त भंडार पाए जाते हैं.

महत्व:

इस्पात उद्योग: डोलोमाइट का उपयोग मुख्य रूप से इस्पात उद्योग में फ्लक्स और रिफ्रैक्ट्री सामग्री (refractory material) के रूप में किया जाता है.

अन्य उपयोग: इसका उपयोग उर्वरकों और कुछ रासायनिक उद्योगों में भी होता है.6. टिन अयस्क (Tin Ore – Cassiterite)

यह छत्तीसगढ़ के लिए एक अद्वितीय गौरव है कि यह भारत का एकमात्र टिन सांद्र (Tin Concentrate) उत्पादक राज्य है. बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों में टिन युक्त पेग्माटाइट शिराएँ पाई जाती हैं.

महत्व:

इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग: टिन का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में सोल्डरिंग (टांका लगाने) के लिए, विभिन्न मिश्र धातुओं (जैसे कांस्य) में, और खाद्य पैकेजिंग के लिए टिनप्लेट बनाने में होता है.

रणनीतिक महत्व: भारत में टिन का एकमात्र उत्पादक होने के कारण, यह खनिज राज्य को एक रणनीतिक आपूर्तिकर्ता के रूप में स्थापित करता है.

Tags: Chhattisgarh MinesContribution to Indian EconomyIndian EconomyIndian Economy 2025Mines of ChhattisgarhTOP NEWS
ShareTweetSendShare

RelatedNews

Mohan Bhagwat RSS
Latest News

‘टू-नेशन थ्योरी के विचारवालों से देश को खतरा’ RSS प्रमुख डॉ मोहन भागवत

संघ प्रमुख भागवत शुक्रवार से छत्तीसगढ़ के पांच दिवसीय दौरे पर
Latest News

पहलगाम हमले पर RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत- ‘संकट में राष्ट्र की एकता और राजनीतिक परिपक्वता ही असली शक्ति’

प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराना गलत है: आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत
Latest News

प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराना गलत है: आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत

RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम: जानिए मुख्य अतिथि अरविंद नेताम ने क्या कहा?
Latest News

RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम: जानिए मुख्य अतिथि अरविंद नेताम ने क्या कहा?

चर्चिल की कहानी से मोहन भागवत का संदेश: ‘जनता ही राष्ट्र की ताकत’
Latest News

चर्चिल की कहानी से मोहन भागवत का संदेश: ‘जनता ही राष्ट्र की ताकत’

Latest News

Mohan Bhagwat RSS

‘टू-नेशन थ्योरी के विचारवालों से देश को खतरा’ RSS प्रमुख डॉ मोहन भागवत

संघ प्रमुख भागवत शुक्रवार से छत्तीसगढ़ के पांच दिवसीय दौरे पर

पहलगाम हमले पर RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत- ‘संकट में राष्ट्र की एकता और राजनीतिक परिपक्वता ही असली शक्ति’

प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराना गलत है: आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत

प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराना गलत है: आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत

RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम: जानिए मुख्य अतिथि अरविंद नेताम ने क्या कहा?

RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम: जानिए मुख्य अतिथि अरविंद नेताम ने क्या कहा?

चर्चिल की कहानी से मोहन भागवत का संदेश: ‘जनता ही राष्ट्र की ताकत’

चर्चिल की कहानी से मोहन भागवत का संदेश: ‘जनता ही राष्ट्र की ताकत’

डॉ. मोहन भागवत का बेबाक संदेश: आतंकवाद, धर्मांतरण और राष्ट्र निर्माण पर सीधी बात

डॉ. मोहन भागवत का बेबाक संदेश: आतंकवाद, धर्मांतरण और राष्ट्र निर्माण पर सीधी बात

RSS के ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग- द्वितीय’ का समापन समारोह, जानिए क्या बोले सरसंघचालक मोहन भागवत?

RSS के ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग- द्वितीय’ का समापन समारोह, जानिए क्या बोले सरसंघचालक मोहन भागवत?

भारत की दूसरी सबसे बड़ी खनिज उत्पादक राज्य छत्तीसगढ़ का भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान

भारत की दूसरी सबसे बड़ी खनिज उत्पादक राज्य छत्तीसगढ़ का भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान

ठाकुर प्यारेलाल सिंह: ‘छत्तीसगढ़ के गांधी’ का प्रेरणादायक जीवन और योगदान

ठाकुर प्यारेलाल सिंह: ‘छत्तीसगढ़ के गांधी’ का प्रेरणादायक जीवन और योगदान

नक्सलवाद पर सुरक्षाबलों का शिकंजा: ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ में बसवराज ढेर, 2025 में 180 नक्सलियों का हुआ सफाया

नक्सलवाद पर सुरक्षाबलों का शिकंजा: ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ में बसवराज ढेर, 2025 में 180 नक्सलियों का हुआ सफाया

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Sitemap

Copyright © Live-24-Chattisgarh, 2024 - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
  • About & Policies
    • About Us
    • Contact Us
    • Privacy Policy
    • Terms & Conditions
    • Disclaimer
    • Sitemap

Copyright © Live-24-Chattisgarh, 2024 - All Rights Reserved.