नई दिल्ली: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन के निमंत्रण पर 23 से 26 अगस्त तक अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे. इस यात्रा के दौरान वे अपने अमेरिकी समकक्ष ऑस्टिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. वह राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति के सहायक जेक सुलिवन से भी मुलाकात करेंगे. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अमेरिकी यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि भारतीय रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की 31 जुलाई को हुई बैठक में कुछ संशोधनों के साथ एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन सौदे को मंजूरी दे दी है.
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh to be on an official visit to the United States from 23rd to 26th August.
⁰RM to hold a bilateral meeting with US Secretary of Defence Mr Lloyd Austin.⁰⁰The visit aims to further deepen India-US Comprehensive Global Strategic Partnership.…— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) August 21, 2024
रक्षामंत्री राजनाथ 23 अगस्त को पेंटागन में अपने अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन के साथ रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय बैठक करेंगे. इसमें एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन का सौदा फाइनल होने की उम्मीद है. प्रिडेटर डील के अलावा मिसाइलों और गाइडेड बमों के साथ 3.9 बिलियन डॉलर की लागत से 31 यूएवी का अधिग्रहण शामिल है. रक्षामंत्री की इस अमेरिकी यात्रा में स्वदेशी तेजस मार्क-1 ए के लिए जीई-404 इंजन की आपूर्ति का भी मुद्दा उठाने की उम्मीद है. हालांकि, तेजस मार्क-2 के लिए जीई-414 इंजन की प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण पर भारत-अमेरिका सौदा तय समय के अनुसार चल रहा है लेकिन जीई-404 इंजन की ऑफ-द-शेल्फ आपूर्ति में देरी का मुद्दा भारत ने पहले ही अमेरिका के साथ उठाया है. माना जा रहा है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अपनी इस यात्रा के दौरान इंजन की तत्काल आपूर्ति शुरू करने पर जोर देंगे. अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान रक्षामंत्री सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के सहायक जेक सुलिवन से भी मुलाकात करेंगे. राजनाथ सिंह मौजूदा और भविष्य के रक्षा सहयोग के बारे में रक्षा उद्योग के साथ उच्च स्तरीय गोलमेज बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे. वे अपनी यात्रा के दौरान भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की इस यात्रा से भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और अधिक मजबूत एवं व्यापक होने की उम्मीद है.
हिन्दुस्थान समाचार