पंजाब के रोपड़ जिले के रहने वाले 5 वर्षीय बालक ने अफ्रीका में भारत के गौरव का परचम फैलाया है. बता दें की तेगबीर अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी Kilimanjaro चढ़ने वाले एशिया के सबसे कम उम्र के बालक हैं. उन्होंने अफ्रिका की सबसे ऊंची चोटी तंजानिया में 5,895 meters की चढ़ाई की है.
Proud of Teghbir Singh, 5-yr-old from #Ropar, #Punjab for becoming the youngest #Asian to conquer Mount #Kilimanjaro! His determination & resilience are an inspiration to us all. May his achievements motivate others to push beyond their limits & strive for greatness! #Inspiration pic.twitter.com/dxB4Gj8OKu
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) August 26, 2024
तेगबीर ने तोड़ा रिकॉर्ड
पिछले ही साल 5 साल की उम्र में सर्बिया के ओगंजेन जिवकोविक ने 6 अगस्त को Mount Kilimanjaro पर चढ़ाई करके एक रिकॉर्ड बनाया था, जिसको तेगबीर ने तोड़ दिया है. बता दें की माउंट किलिमंजारो पर ट्रैकिंग के लिए World Portal Link के अनुसार, तेगबीर इस रिकॉर्ड को तोड़ने वाले एशिया के सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं.
किसको दिया अपनी सफलता का श्रेय
तेगबीर ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने प्रशिक्षक बिक्रमजीत सिंह घुमन को दिया है. आपको बता दें की वह सेवानिवृत्त हैंडबॉल कोच हैं. परिवारजन का कहना है कि इस यात्रा के लिए उनके बेटे ने बहुत मेहनत की है. पिछले एक साल से वह उंचाई पर होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए ह्रदय और फेफड़ो की क्षमता बढ़ाने वाले व्यायाम का अभ्यास कर रहा था. उसे कई जगह ट्रैकिंग पर ले जाया गया था, जिसके बाद वह सबसे उंची चोटी पर चढ़ा है.
पिता की प्रतिक्रिया
तेगबीर के पिता ने बताया कि उनका बेटा पिछले एक साल से इस यात्रा की तैयारी कर रहा था. उन्होंने कहा, ‘इस दौरान तेगबीर ने ऑक्सीजन के कम स्तर से निपटने के लिए कई तरह के व्यायाम और सांस लेने की तकनीक का अभ्यास किया. इतनी कम उम्र में उसकी इस उपलब्धि ने परिवार को गौरवान्वित किया है और शहर का नाम रोशन किया है’.
कब की यात्रा की शुरूआत
तेगबीर ने 18 अगस्त को Mount Kilimanjaro की यात्रा शुरू कर 23 अगस्त को वह पैदल ही पहाड़ी की सबसे उंची चोटी उहुरू पहुंच गया. सोशल मिडिया पर DGP गौरव यादव ने तेगबीर को उनके इस उपलब्धि के लिए बधाई दी. DGP ने अपले एक्स पर लिखा कि तेगबीर का दृढ़ संकल्प और दृढ़ता सभी के लिए प्रेरणा है. उन्होंने कहा कि उनकी उपलब्धि दूसरों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी.