पूर्वी प्रदेश मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा और गोलीबारी ने विकट रुप ले लिया है. प्रदेश में इस बार कुकी उग्रवादियों ने एक नया ट्रैंड सेट किया है, जिसमें ड्रोन की मदद से बम बरसाए जा रहें हैं. आपको बता दें कि यह काफी चौंकाने वाला मामला है.
बताया जा रहा है कि उग्रवादियों ने पहाड़ी की चोटी से निचले इलाके कोत्रकु और कडांगबांड घाटी को निशाना बनाया और पहले जमकर गोलीबारी की, फिर ड्रोन से बम की बरसात कर दी. हमले में 2 लोगों की मौत की खबर सामने आई है. इस हमले के बाद पूरे गांव में दहशत फैल गई है और लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित जगह तलाशने लगे. कोत्रुक गांव के पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि सशस्त्र आतंकवादियों ने रविवार दोपहर करीब 2 बजे गोलीबारी शुरू हुई.
गुस्से में भड़के गांव वाले
कोत्रुक गांव के लोगों ने इस हमले को लेकर राज्य सरकार के प्रति निराशा जाहिर की है. लोगों का मानना है कि सरकार का आश्र्वासन देने के बाद भी वे प्रदेश में सुरक्षित महसूस नहीं करते. स्थानीय महिला निगरानी समूह की सदस्य निंगथौजम टोमालेई ने कहा, राज्य सरकार बार-बार दावा करती है कि शांति बहाल हो गई है, लेकिन हम अभी भी हमलों के डर में जी रहे हैं.हम वाकई कब सुरक्षित होंगे.
In an unprecedented attack in Koutruk, Imphal West, alleged Kuki militants have deployed numerous RPGs using high-tech drones. While drone bombs have commonly been used in general warfares, this recent deployment of drones to deploy explosives against security forces and the…
— Manipur Police (@manipur_police) September 1, 2024
राज्य पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी के मुताबिक आज रविवार को दोपहर करीब दो बजे संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने इंफाल पश्चिम जिले के कांगचुप इलाके के कावतरू गांव में गोलीबारी की. एक महिला सुरबाला नगांगबाम (31), उसके 12 वर्षीय बच्चे और एक अन्य व्यक्ति को गोली लगी. जब इन लोगों को लैंगफेल के ‘रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज’ में ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने सुरबाला नगंगबाम को मृत घोषित कर दिया. बाकी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनका इलाज चल रहा है.
मणिपुर सरकार ने हमले की निंदा की और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है. मणिपुर सरकार के गृह विभाग ने बयान जारी कर इस घटना को जघन्य कृत्य बताया है. विभाग का कहना है कि निहत्थे ग्रामीणों को आतंकित करने की ऐसी हरकत को राज्य सरकार ने बहुत गंभीरता से लिया है. सरकार राज्य में सामान्य स्थिति और शांति लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और हमले में शामिल लोगों को दंडित करने के लिए तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी गई है. वहीं स्थानीय प्रशासन ने इम्फाल पश्चिम जिले में कर्फ्यू लगा दिया है. डीजीपी ने सभी एसपी को सभी सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है.
बता दें मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है. पिछले साल 3 मई को यहां पहली बार हिंसा हुई थी. इसे बाद कई बार मणिपुर हिंसा की आग में जलता गया. अब तक 226 से ज्यादा लोगों की जान भी हिंसा में जा चुकी है.