धमतरी। धमतरी जिले में तीज पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। पति की दीर्घायु व घर परिवार की खुशहाली के लिए महिलाओं ने का व्रत रखा। 24 घंटे के निर्जला व्रत के बाद शनिवार को शिव पार्वती की पूजा -अर्चना करके व्रत खोला। तीज पर्व के चलते बाजार में भारी भीड़ का माहौल रहा। साड़ी व अन्य कपड़ों की अच्छी बिक्री हुई।
छग अंचल में तीज पर्व का उल्लास छाया रहा। व्रती महिलाओं ने भगवान शंकर व माता पार्वती की पूजा अर्चना कर सुख-समृध्दि की कामना की। तीज पर्व पर व्रती महिलाओं ने प्रसाद के रूप में सिंघाड़े और सूजी का हलवा, ठेठरी, खुरमी, अरसा, गुजिया, गुलगुला भजिया, उड़द बड़ा बनाया।तीज पर्व के बाद स्थापित भगवान शिव पार्वती की प्रतिमा को तीजहारिनों ने संयुक्त रूप से नदी सरोवर या तालाब में विसर्जित किया। पं. राजकुमार तिवारी ने बताया कि माता पार्वती ने सर्वप्रथम यह व्रत रखा था और भगवान शिव को प्राप्त किया था। उन्होंने तीजा के दिन ही निर्जला और निराहार उपवास रखा। तीज पर्व पर शुक्रवार को बाजार और दुकानों में भीड़ लगी। तीजहारिन बहने अपने पिता और भाइयों के साथ खरीदारी करने बाजार पहुंची। शहर की सभी दुकानों में भीड़ दिखाई दी। ज्वेलरी, कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन, आर्टिफिशियल, चूड़ी सहित फल-फूल, ड्रायफ्रूट की दुकानों में भीड़ देखी गई। व्यापारी भरत आहूजा, मुकेश जैन, गगन देवांगन ने बताया कि दुकानों में अच्छी ग्राहकी है। तीज पर्व पर इस बार बाजार में भीड़ बढ़ी है। तीज पर्व के एक दिन पूर्व से लेकर सप्ताह भर तक बाजार में चहल-पहल रहती है। तीज पर्व में सबसे ज्यादा कपड़ा मार्केट में चहल-पहल रहती है। सभी बहनों को उपहार के साथ-साथ साड़ियां, सलवार सूट जरूर मिलता है। यह गिफ्ट मायके की ओर से होता है। सराफा व्यवसायी ज्ञानचंद लुनावत ने बताया कि तीज पर्व पर बहने ज्वेलरी खरीदने बाजार पहुंची हैं। अपनी पसंद के अनुरूप, सोने-चांदी के जेवर खरीद रहे हैं। चूंकि ज्वेलरी के भाव कम हुए हैं इसलिए लोग खरीदारी कर रहे हैं। सप्ताहभर तक बाजार में चहल-पहल बनी रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार