इस्लामाबाद: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में नौ सितंबर की देररात नेशनल असेंबली सत्र के बाद संसद भवन के बाहर से रावलपिंडी की आदियाला जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीई) के कई सांसदों को पुलिस उठा ले गई. देशभर में पीटीआई के प्रमुख नेताओं को दबोचने के लिए उनके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है. पार्टी नेता बैरिस्टर गौहर अली खान, शेर अफजल खान मारवात और एडवोकेट शोएब शाहीन को इस्लामाबाद ने गिरफ्तार किया गया है. उमर, जरताज, हम्माद अजहर, कंवल शौजाब, नईम हैदर पंजुथा, आमिर मुगल और खालिद खुर्शीद सहित पीटीआई के और नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जा रही है.
डॉन अखबार की मुताबिक, इस्लामाबाद पुलिस के प्रवक्ता जवाद तकी ने पीटीआई नेता बैरिस्टर गोहर अली खान, शेर अफजल खान मारवात और वकील शोएब शाहीन की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. बताया गया है कि पुलिस ने मारवत को सबसे पहले हिरासत में लिया. विपक्ष के नेता उमर अयूब खान ने पीटीआई नेताओं को गिरफ्तार करने की निंदा की है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस्लामाबाद पुलिस ने उन्हें, पीटीआई नेता जरताज गुल वजीर और अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार करने के लिए टीमें बनाई थीं. उमर ने एक्स पर लिखा है कि फासीवादी शासन और उसके समर्थक पूरी तरह से पागल हो गए हैं. पीटीआई नेता जुल्फी बुखारी ने गिरफ्तार किए गए नेताओं को तुरंत रिहा करने की मांग की है.
पीटीआई के वकील अली इजाज बुट्टर ने एक्स पोस्ट में कहा है कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने अपने सदस्यों मारवत और एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट शाहीन की गिरफ्तारी की निंदा की है. उल्लेखनीय है कि इस्लामाबाद में आठ सितंबर को पीटीआई की बहुप्रतीक्षित रैली के बाद धरपकड़ तेज की गई है. इस रैली के बाद पीएमएल-एन के सीनेटर तलाल चौधरी ने सोमवार को कहा था कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर पर कार्रवाई जरूर होगी. उल्लेखनीय है कि गंडापुर पीटीआई के बड़े नेता हैं. वह रैली के बाद भूमिगत हैं. इस घटनाक्रम की जड़ में रैली का स्थान बदलना है.
पुलिस ने दावा किया कि रैली में हिस्सा लेने आए पीटीआई समर्थकों ने यातायात निर्देशों की अनदेखी की. आम जनता के लिए निर्धारित मार्ग का उपयोग किया. रोकने पर जवानों पर पथराव किया. बचाव में पुलिस को लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले दागने पड़े. दर्जनों प्रदर्शनकारियों को भी गिरफ्तार किया गया.
एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई नेताओं की हो रही धरपकड़ के बीच मंगलवार को खैबर पख्तूनख्वा (केपी) विधानसभा का एक तत्काल सत्र बुलाया गया है. विधानसभा सचिवालय की अधिसूचना में कहा गया है कि बैठक दोपहर तीन बजे निर्धारित की गई है. पहले यह बैठक 23 सितंबर को होनी थी लेकिन अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर अली समेत पीटीआई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद इसे मंगलवार को तय किया गया है. बताया गया है कि इस बैठक में गिरफ्तारी पर निंदा प्रस्ताव लाए जाने की उम्मीद है.
हिन्दुस्थान समाचार