नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को तमिलनाडु में तूतीकोरिन अंतरराष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल का उद्घाटन किया.
प्रधानमंत्री ने वीडियो संदेश के माध्यम से तूतीकोरिन अंतरराष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि आज का दिन भारत के विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा में एक अहम पड़ाव है. उन्होंने नए तूतीकोरिन अंतरराष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल को ‘भारत के समुद्री बुनियादी ढांचे का नया सितारा’ बताया.
Sharing my remarks during inauguration of new international container terminal at Thoothukudi port.https://t.co/MSYb6KQBjY
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2024
वी.ओ. चिदंबरनार बंदरगाह की क्षमता बढ़ाने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “14 मीटर से अधिक के गहरे ड्राफ्ट और 300 मीटर से अधिक लंबे बर्थ के साथ, यह टर्मिनल वी.ओ.सी. बंदरगाह की क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.” उन्होंने आगे कहा कि नए टर्मिनल से बंदरगाह पर लॉजिस्टिक लागत कम होने और भारत के लिए विदेशी मुद्रा की बचत होने की उम्मीद है. उन्होंने तमिलनाडु के लोगों को बधाई दी और वी.ओ.सी. बंदरगाह से संबंधित कई परियोजनाओं को याद किया जो दो साल पहले उनकी यात्रा के दौरान शुरू की गई थीं। उन्होंने इन कामों के तेजी से पूरा होने पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने जोर देकर कहा कि टर्मिनल की प्रमुख उपलब्धियों में से एक लैंगिक विविधता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता है. मोदी ने कहा, इस नवनिर्मित टर्मिनल पर 40 प्रतिशत महिला कर्मचारी होंगी, जो इसे समुद्री क्षेत्र में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का प्रतीक बनाएगी.”
भारत के आर्थिक विकास को गति देने में तमिलनाडु के समुद्र तट की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए मोदी ने कहा कि तीन प्रमुख बंदरगाहों और 17 गैर-प्रमुख बंदरगाहों के साथ तमिलनाडु समुद्री व्यापार का एक प्रमुख केंद्र बन गया है. उन्होंने कहा कि बंदरगाह आधारित विकास को और बढ़ावा देने के लिए, भारत आउटर हार्बर कंटेनर टर्मिनल के विकास में 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर रहा है और वी.ओ.सी. बंदरगाह की क्षमता लगातार बढ़ रही है. उन्हाेंने कहा, “वी.ओ.सी. बंदरगाह भारत के समुद्री विकास में एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है.”
मोदी ने भारत के व्यापक समुद्री मिशन के बारे में बात की, जो बुनियादी ढांचे के विकास से परे है. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया को सतत और दूरदर्शी विकास का मार्ग दिखा रहा है. उन्होंने बताया कि वी.ओ.सी. पोर्ट को ग्रीन हाइड्रोजन हब और अपतटीय पवन ऊर्जा के लिए नोडल पोर्ट के रूप में मान्यता दी जा रही है. ये पहल जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.
प्रधानमंत्री माेदी ने कहा कि भारत की विकास यात्रा में नवाचार और सहयोग इसकी सबसे बड़ी ताकत हैं. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि टर्मिनल का उद्घाटन सामूहिक शक्ति का प्रमाण है. उन्हाेंने इस बात पर जोर दिया कि भारत अब सड़कों, राजमार्गों, जलमार्गों और वायुमार्गों के विशाल नेटवर्क से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जिससे वैश्विक व्यापार में देश की स्थिति मजबूत हो रही है. प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा, “भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक प्रमुख हितधारक बन रहा है और यह बढ़ती क्षमता हमारी आर्थिक वृद्धि की नींव है.” मोदी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि यह गति भारत को जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए प्रेरित करेगी और तमिलनाडु इस विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार