धमतरी: राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत के निर्वाचन में अन्य पिछड़ा वर्ग को प्रतिनिधित्व एवं आरक्षण देने पिछड़ा वर्ग सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है. उक्त सर्वेक्षण का कार्य जिले के सभी ग्राम पंचायतों में चल रहा है.
ग्राम पंचायतों के आंगनबाड़ी केंद्रों में शिविर लगा कर ओबीसी सर्वे का कार्य किया जा रहा है. पिछड़ा वर्ग के सामाजिक,आर्थिक व शैक्षणिक स्थिति की जानकारी सर्वे के माध्यम से की जा रही है. ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत सचिव, रोजगार सहायक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से सर्वे का कार्य किया जा रहा है. ओबीसी सर्वे का कार्य 28 अगस्त से शुरू हुआ हैं. सर्वे कार्य 10 अक्टूबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.
आज शुक्रवार काे अनोडल कार्यालय आदिवासी विकास से मिली जानकारी अनुसार 25 सितंबर की स्थिति में जनपद पंचायत धमतरी में 100 प्रतिशत, कुरूद जनपद पंचायत में 95.41 प्रतिशत,मगरलोड जनपद पंचायत में 99.45 प्रतिशत, और नगरी जनपद पंचायत में 95 प्रतिशत ओबीसी सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिए है. धमतरी जनपद में 38750, नगरी जनपद में 15253, कुरूद जनपद में 52626 और मगरलोड जनपद में 24923 कुल ओबीसी परिवार है.
जनपद पंचायत धमतरी के करारोपण अधिकारी सुशील भास्कर ने आज बताया कि जनपद पंचायत धमतरी अंतर्गत कुल 94 ग्राम पंचायतों में राशनकार्ड के अनुसार 38750 ओबीसी परिवार है. जिसमें सभी ग्राम पंचायतों में सर्वे का कार्य आफलाइन शत प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है. 25 सितम्बर से ओबीसी सर्वे की आनलाइन एंट्री शुरू हो गई है.
54 बिंदुओं पर मांगी गई है जानकारी
ओबीसी सर्वे के लिए 54 बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है जिसमें परिवार की, मतदाता सूची की, शैक्षणिक, वैवाहिक, कृषि भूमि, सिंचाई स्त्रोत, मकान, शौचालय, घर में विद्युत कनेक्शन, पेयजल स्त्रोत, वाहन, राशन कार्ड, पशुधन सहित अन्य जानकारियां मांगी गई है.
हिन्दुस्थान समाचार