नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने शुक्रवार को पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कर्नाटक कांग्रेस द्वारा मूडा घोटाले में सीबीआई जांच की सहमति को वापस लेने के फैसले की जमकर आलोचना की उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के नैतिक आधार पर प्रश्न उठाए.
पूनावाला ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस जमीन से जुड़ी पार्टी है, जहां-जहां वो सत्ता में आती है, वहां एससी-एसटी की जमीन अपने रिश्तेदारों के नाम कर देती है. कानून से खुद को बचाने के लिए सीबीआई को कार्रवाई के लिए दी गई सामान्य सहमति को वापस ले लिया. पहले इन्होंने भ्रष्टाचार किया और जब जांच की आंच इन तक पहुंची तो कांग्रेस ने कार्रवाई की सहमति वापस ले ली. पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ‘मोहब्बत की दुकान’ नहीं चला रही है, बल्कि वह ‘भ्रष्टाचार के भाईजान’, ‘मीडिया को धमकी की दुकान’ और ‘एससी समाज के राज्यपाल का अपमान करने की दुकान’ चला रही है.
पूनावाला ने कांग्रेस से सवाल किया है कि अंतिम चरण में कांग्रेस ने सीबीआई की जांच की सामान्य सहमति को वापस क्यों लिया? इतने सारे प्रमाण आने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के पास कोई नैतिक अधिकार नहीं बचा है कि अपने पद पर बने रहें. क्या यह संयोग है या सोचा समझा प्रयोग कि इतने सारे प्रमाण और कोर्ट निर्णय के बाद कांग्रेस ने अपनी चोरी छुपाने के लिए सीबीआई को रोका है.
हिन्दुस्थान समाचार