नई दिल्ली: कृतज्ञ राष्ट्र आज भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह का भावपूर्ण स्मरण कर उन्हें नमन कर रहा है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर उन्हें नमन किया है.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स हैंडल में लिखा, ”क्रांतिवीर भगत सिंह जी ने न केवल ब्रिटिश हुकूमत को बुलंद आवाज से ललकारा, बल्कि देश की स्वतंत्रता व सुनहरे कल के लिए अपने प्राणों की आहुति भी दी. एक ओर उन्होंने अपने ओजस्वी विचारों से युवाओं को मां भारती की स्वाधीनता के लिए प्रेरित किया, तो दूसरी ओर टुकड़ों में बंटे स्वतंत्रता संग्राम को संगठित किया. उनके बलिदान की चिंगारी ऐसी महाज्वाला बनी, जिससे पूरे देश में आजादी की लहर और प्रचंड हो गई. शहीद-ए-आजम भगत सिंह जी को उनकी जयंती पर कोटिशः वंदन.”
क्रांतिवीर भगत सिंह जी ने न केवल ब्रिटिश हुकूमत को बुलंद आवाज से ललकारा, बल्कि देश की स्वतंत्रता व सुनहरे कल के लिए अपने प्राणों की आहुति भी दी। एक ओर उन्होंने अपने ओजस्वी विचारों से युवाओं को माँ भारती की स्वाधीनता के लिए प्रेरित किया, तो दूसरी ओर टुकड़ों में बंटे स्वतंत्रता… pic.twitter.com/MwlMrC5Qz5
— Amit Shah (@AmitShah) September 28, 2024
भाजपा ने एक्स हैंडल पर लिखा, ”देशभक्ति, शौर्य और पराक्रम के अद्वितीय प्रतीक शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर शत्-शत् नमन.” इसके अलावा प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने भी उन्हें नमन किया है. कांग्रेस ने एक्स पर लिखा, ”देश के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले महान क्रांतिकारी अमर शहीद भगत सिंह जी की जयंती पर कोटिश: नमन.”
देशभक्ति, शौर्य और पराक्रम के अद्वितीय प्रतीक शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर शत्-शत् नमन। pic.twitter.com/iafuQVB8IE
— BJP (@BJP4India) September 28, 2024
उल्लेखनीय है कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जन्म पंजाब के बंगा (अब पाकिस्तान) में 28 सितंबर, 1907 को हुआ था. उन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की जंजीरों से भारत माता को मुक्त कराने की लड़ाई लड़ी. उनको कम उम्र में 23 मार्च 1931 को लाहौर जेल में मौत की सजा दे दी गई. भगत सिंह के प्रेरक नारा ‘इंकलाब जिंदाबाद’ देशभक्ति की भावना को जगाता है.
हिन्दुस्थान समाचार