कोरबा/जांजगीर-चांपा: जांजगीर नैला में पिछले 41 वर्षों से दुर्गा उत्सव मनाया जा रहा है. हर वर्ष इसे नए स्वरूप में सजाया जाता है. हर बार की तरह श्रद्धालुओं को इस नवरात्रि में दुर्गाेत्सव में एक विशेष आकर्षण देखने को मिलेगा. जो कि माता का भव्य दरबार है, जो थाईलैंड के विश्व प्रसिद्ध भगवान अरूण देव मंदिर की प्रतिकृति के रूप में तैयार किया जा रहा है. इस दरबार का प्रवेश द्वार 160 फीट ऊंचा और 200 फीट चौड़ा होगा, जो विश्व में शांति का संदेश देने वाला प्रतीक होगा. मातारानी के पीछे फूलों की वैली से सजावट की जाएगी, जो इस समारोह को और भी आकर्षक बनाएगी.
बता दें कि इस दरबार में भव्यता के लिए बुर्ज खलीफा फेम की आकर्षक लाइटिंग का इस्तेमाल किया जाएगा. वहीं 32 फीट ऊंची माता की प्रतिमा स्वर्ण सिंहासन पर पांच शेरों पर विराजमान होगी. श्री श्री दुर्गा उत्सव समिति के राजेश पालीवाल ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में दुर्गाेत्सव का स्वरूप और भव्यता लगातार बढ़ती जा रही है। यहां की विशेषताएँ जैसे सिक्कों, सोने-चांदी और रत्नों से जड़ी प्रतिमा बनाने की परंपरा देशभर में चर्चित है.
इस वर्ष दुर्गा उत्सव का आयोजन नैला के अग्रसेन भवन के सामने किया जाएगा, जबकि पहले यह रेलवे स्टेशन के पास होता था. मूर्ति निर्माण के लिए भटगांव और शिवरीनारायण से कारीगर आए हैं, और पंडाल निर्माण के लिए कोलकाता से विशेषज्ञ कारीगरों की टीम कार्यरत है.
हिन्दुस्थान समाचार