जगदलपुर: रियासत कालीन ऐतिहासिक बस्तर दशहरा महापर्व का आगाज 4 अगस्त से हाे चुका है, 2 अक्टूबर काे काछन गादी पूजा विधान के साथ अपने रंग में पूरे वैभव के साथ देशी-विदेशी पर्यटक एवं श्रद्धालु का रेला उमड़ने लगेगा. बस्तर दशहरा पर्व में प्रमुख चिन्हांकित स्थलों पर बस्तर दशहरा के रियासतकालीन परंपरा का निर्वहन किया जाता है. इस अवसर पर प्रदेश, देश में विदेशों से भी आमजन और सैलानियों का आगमन होता है, जिससे दुर्घटनाएं होने की संभावनाएं रहती है.
आयुक्त सह संचालक स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बस्तर दशहरा के दौरान संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं बस्तर संभाग एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) बस्तर, दंतेवाड़ा तथा सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक बस्तर, दंतेवाड़ा को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं. जारी पत्र में कहा गया है कि बस्तर दशहरा एवं प्रमुख चिन्हांकित स्थलों पर जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर समुचित चिकित्सक एवं अन्य स्टॉफ, पर्याप्त औषधियां, 24 घंटे एम्बुलेंस सेवा तथा प्रचार-प्रसार की सामग्री सहित अन्य आवश्यक सामग्री की व्यवस्था की जाए. साथ ही रथयात्रा पर्व में एक चलित चिकित्सा इकाई का संचालन अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य सेवाओं के सुचारू संचालन एवं व्यवस्थापन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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