दंतेवाड़ा: बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दंतेवाड़ा-नारायणपुर सीमा में हुई मुठभेड़ के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ देशभर में अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन है. इस ऑपरेशन में मारे गए 31 नक्सलियों में 18 पुरुष और 13 महिलाएं हैं. इसमें से 16 नक्सलियों की शिनाख्त हुई है. मारे गए नक्सलियों में 01 करोड़ 30 लाख के इनामी नक्सली शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इस मुठभेड़ में नक्सलियाें के डीकेएसजेडसी सदस्य नीति और कमलेश भी मारे गए हैं. कमलेश पर 25 लाख रुपये का इनाम था. मृत नक्सलियों में 25 लाख की इनामी डीकेएसजेडसी एवं पूर्वी बस्तर इंचार्ज नीति उर्फ उर्मिला भी शामिल रही. वहीं नीति पूर्वी बस्तर डिविजन की सचिव और बारसूर एरिया कमेटी इंचार्ज थी.
बस्तर आईजी ने बताया कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों की कंपनी नंबर 6 के भी 9 इनामी नक्सली शामिल हैं. इन सब पर 8-8 लाख का इनाम घोषित था, कुछ नक्सलियों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित था. बस्तर आईजी ने कहा कि बाकी शवों की शिनाख्त की जा रही है. शिनाख्त पूरी होने के बाद और अधिक जानकारी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के बाद सर्चिंग के दौरान जवानों ने एलएमजी राइफल, एके 47 राइफल, एसएलआर राइफल, इंसास राइफल, कैलिबर 303 राइफल और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं.
सुंदरराज पी ने बताया कि 03 अक्टूबर को जिला नारायणपुर/दंतेवाड़ा से डीआरजी व एसटीएफ की संयुक्त पार्टी थाना अेारछा एवं बारसूर क्षेत्रांतर्गत ग्राम गोवेल, नेंदूर व थुलथुली की ओर रवाना हुए थे. इस इलाके में नक्सलियाें के डीकेएसजेडसी नीति, कमलेश, सहित पूर्वी बस्तर डिवीजन, पीएलजीए कंपनी नंबर 6, इंद्रावती एरिया कमिटी और प्लाटून नंबर 16 के शीर्ष नक्सलियों की उपस्थिति की सटीक आसूचना मिली थी. इसी आसूचना पर संयुक्त टीम अभियान पर रवाना की गई थी. अभियान के दौरान दिनांक 04 अक्टूबर को दोपहर लगभग 12:30 से एक बजे के बीच नेंदूर-थुलथुली के जंगल में पुलिस पार्टी एवं माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो देर शाम तक लगातार चलती रही. फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा अपने-अपने दिए गए टॉस्क क्षेत्र में सर्चिंग करने पर घटनास्थल के अलग-अलग स्थानों से 18 पुरुष एवं 13 महिला कुल 31 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी का शव बरामद हुआ. मारे गए नक्सलियों में 25 लाख इनामी नक्सलियाें के डीकेएसजेडसी सदस्य नीति उर्फ उर्मिला सहित कई 8 लाख इनामी पीएलजीए कंपनी नंबर 6 के सदस्य और डीवीसीएम रैंक के नक्सली शामिल हैं.
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणामस्वरूप वर्ष 2024 में बस्तर संभाग अंतर्गत की जा रही नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अब तक कुल 188 नक्सलियों के शव बरामद किये गए हैं. जबकि 706 गिरफ्तार किये गए एवं 733 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है.
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में एलएमजी रायफल, चार एके 57 रायफल, छह एसएलआर रायफल, तीन इंसास रायफल, रायफल 303 दाे, अन्य देशी बंदूक भी बड़ी संख्या में बरामद किये गए हैं. बड़ी संख्या में ऑटोमेटिक हथियारों की बरामदगी भी इस ऑप्स की एक ऐतिहासिक सफलता है. उन्होंने बताया कि घटनास्थल में और भी खून के धब्बे दिखाई दिये, जिससे प्रतीत होता है कि इस मुठभेड़ में बडी संख्या में अन्य माआवेदियों के घायल अथवा मारे जाने की प्रबल संभावना है.
मारे गये नक्सलियों के नाम व पद इस प्रकार हैं –
1. नीति डीकेएसजेडसी,
2. सुरेश सलाम, डीवीसीएम
3. मीना माडकम, डीवीसीएम
4. अर्जुन पीपीसीएम, पीएलजीए कंपनी छह
5. सुंदर पीपीसीएम, पीएलजीए कंपनी छह
6. बुधराम, पीपीसीएम पीएलजीए कंपनी छह
7. सुक्कू, पीपीसीएम, पीएलजीए कंपनी छह
8. सोहन, एसीएम, बारसूर एसी
9. फूलो, पीपीसीएम , पीएलजीए कंपनी छह
10. बसंती, पीपीसीएम, पीएलजीए कंपनी छह
11. सोमे, पीपीसीएम, पीएलजीए कंपनी छह
12. जमीला उर्फ बुधरी, पीएम, पीएलजीए कंपनी छह
13. रामदेर, एसीएम
14. सुकलू उर्फ विजय एसीएम
15. जमली एसीएम
16. सोनू कोर्राम, एसीएम अमदेयी।
इन 16 नक्सलियों पर कुल 01 करोड़ 30 लाख से ज्यादा का इनाम घोषित था. अन्य 15 नक्सलियों की शिनाख्त को लेकर कार्रवाई जारी है.
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि वर्ष 2024 में माओवादियों संगठन के शीर्ष नेतृत्व को सुरक्षा बल द्वारा भारी क्षति पहुंचाई गई. विगत 09 माह में डीकेएसजेडसी जोगन्ना जिला पेदापल्ली, तेलंगाना राज्य, डीकेएसजेडसी रंधेर जिला वारंगल राज्य तेलंगाना, डीकेएसजेडसी रूपेश जिला गढ़चिरौली महाराष्ट्र राज्य, टीएससी मेम्बर सीआरसी 02 कमाण्डर सागर जिला भूपलपल्ली तेलंगाना राज्य, डीव्हीसीएम शंकर राव जिला भूपलपल्ली तेलंगाना राज्य, डीव्हीसीएम विनस जिला वारंगल तेलंगाना राज्य, डीव्हीसीएम जगदीश जिला बालाघाट म.प्र . राज्य, एसीएम संगीता उर्फ सन्नी जिला गढ़चिरौली महाराष्ट्र राज्य, एसीएम लक्ष्मी जिला मलकानगिरी उड़िसा राज्य, एसीएम रजीता जिला वारंगल तेलंगाना राज्य जैसे बाहर राज्य के सीनियर माओवादी कैडर को सुरक्षा बल द्वारा विभिन्न मुठभेड़ों में ढेर किया गया.
पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय ने बताया कि पूर्वी बस्तर डिवीजन क्षेत्र के दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतों के आकर्षण से बाहर निकालना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके. हम उन सभी मूलवासियों जो बाहरी विचारधारा और बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं से अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद एवं नक्सली विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति को अपनाकर समाज के मुख्य धारा से जुड़े और हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का पूर्णतः त्याग व विरोध करें.
पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार द्वारा बताया गया कि- वर्ष 2024 में जिला नारायणपुर में संचालित नक्सल विरोधी अभियान में अब तक कुल 44 माओवादी मारे गये, 29 गिरफ्तार एवं 47 माओवादी द्वारा आत्मसमर्पण किया गया.
उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप द्वारा बताया गया कि- इस ऑपरेशन के उपरांत नक्सलियों के गढ़ रहे पूर्वी बस्तर डिवीजन के माओवादियों में भय का माहौल व्याप्त है. क्षेत्र को नक्सली शीर्ष नेतृत्व अपना सुरक्षित ठिकाना मानते है। नक्सली नेतृत्व इस ऑपरेशन उपरांत ग्रामीणों एवं अपने निचले कैडर को दोषारोपण कर रहे हैं. सुरक्षा बलों का नक्सलियों के अटैकिंग फोर्स के स्तम्भ के ऊपर कड़ा प्रहार है.
हिन्दुस्थान समाचार