ढाका: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय लगातार कट्टरपंथियों के निशाने पर है. ताजा मामला दुर्गा पूजा समारोह को लेकर है. दुर्गापूजा समारोहों के दौरान ऐसे तत्वों के खिलाफ दर्जन भर से ज्यादा मुकदमें दर्ज किए गए और 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक गुरुवार को चटगांव में एक दुर्गापूजा पंडाल में कुछ कट्टरपंथियों ने मंच पर जबरन चढ़ कर इस्लामिक गीत गाना शुरू कर दिया जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. घटना का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे आक्रोश बढ़ गया. चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस (सीएमपी) के एडीसी (पीआर) काजी एमडी तारेक अजीज ने बताया कि “जेएम सेन हॉल में शारदीय दुर्गा पूजा कार्यक्रम में गाने के प्रदर्शन के संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है, जिससे धार्मिक अपराध और अशांति हुई.”
बांग्लादेश पूजा उद्जापोन परिषद के अध्यक्ष बासुदेव धर और महासचिव संतोष शर्मा ने बयान जारी कर कहा कि इस अप्रत्याशित घटना से हिंदू समुदाय के लोगों को गहरा आघात पहुंचा है. परिषद ने घटना की न्यायिक जांच और कठोर सजा की मांग की.
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदूओं पर हिंसा
बांग्लादेश की आबादी में हिंदुओं की संख्या लगभग 8 प्रतिशत है जिन्हें 5 अगस्त को शेख हसीना के निष्कासन के बाद भड़की हिंसा के दौरान लगातार निशाना बनाया जा रहा है.
पुलिस महानिरीक्षक एमडी मोइनुल इस्लाम के अनुसार, “1 अक्टूबर से देशभर में चल रहे दुर्गा पूजा समारोह के दौरान 35 अप्रिय घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण 11 मामले दर्ज किए गए हैं और 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इससे पहले बांग्लादेश के सतीखिरा स्थित जेशोरेश्वरी मंदिर से दुर्गा पूजा समारोह के दौरान मां काली का मुकुट चोरी हो गया था. यह मुकुट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मार्च 2021 में अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान मंदिर को उपहार स्वरूप भेंट किया था.
हिन्दुस्थान समाचार
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