नुआकशोत (मॉरिटानिया): तीन अफ्रीकी देशों अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की राजकीय यात्रा का पहला चरण पूरा कर दूसरे चरण में कल मॉरिटानिया पहुंचीं भारतीय राष्ट्रपति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मॉरिटानिया के राष्ट्रपति मोहम्मद औलद गजौनी की मौजूदगी में भारत और मॉरिटानिया के बीच समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया. उन्होंने इस्लामिक गणराज्य मॉरिटानिया के राष्ट्रपति से मुलाकात कर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी की. मॉरिटानिया के विदेशमंत्री मोहम्मद सलेम औल्ड मेरजौग ने भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की. भारत की राष्ट्रपति मुर्मु आज अपनी यात्रा के तीसरे और आखिरी चरण में मलावी पहुंचेंगी.
President Droupadi Murmu met and held talks with President Mohamed Ould Ghazouani of Mauritania at the Presidential Palace in Nouakchott. Both leaders discussed ways to further strengthen the relationship. Four MoUs in the areas of training of diplomats, cultural exchange, visa… pic.twitter.com/nKmTkplpFk
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 17, 2024
मलावी के राष्ट्रपति डॉ. लाजरस मैकार्थी चकवेरा के निमंत्रण पर राष्ट्रपति मुर्मु 17 से 19 अक्टूबर तक मलावी के दौरे पर रहेंगी. इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मु मलावी के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी. प्रमुख व्यापार और उद्योग जगत के नेताओं और भारतीय प्रवासियों से मुलाकात करेंगी. वो सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों का दौरा करेंगी. यह यात्रा मलावी के साथ भारत के मौजूदा मैत्रीपूर्ण और सौहार्द्रपूर्ण संबंधों को और मजबूत करेगी.
राष्ट्रपति मुर्मु ने भारतीय समुदाय का सहयोग करने के लिए मॉरिटानिया सरकार और वहां के नागरिकों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के अपने लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है. भारत मानव संसाधन विकास, इन्फॉस्ट्रक्चर, निर्माण, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और डिजिटल इनोवेशन के माध्यम से मॉरिटानिया की विकास यात्रा में योगदान दे सकता है. उन्होंने कहा कि मॉरिटानिया और भारत की संस्कृति में अनेक समानताएं हैं. जैसे पहनावा, विशेषकर महिलाओं के परिधान.
हिन्दुस्थान समाचार