नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस की यात्रा पर रवाना होने से पहली जारी वक्तव्य में कहा कि भारत ब्रिक्स के अंदर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है. उन्होंने कहा कि कजान की उनकी यात्रा से भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ” मैं रूसी संघ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कजान की दो दिवसीय यात्रा पर जा रहा हूं. भारत ब्रिक्स के भीतर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है, जो वैश्विक विकास एजेंडा, सुधारित बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, लचीली आपूर्ति शृंखलाओं का निर्माण, सांस्कृतिक और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने आदि से संबंधित मुद्दों पर संवाद और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है. पिछले साल नए सदस्यों को जोड़ने के साथ ब्रिक्स के विस्तार ने इसकी समावेशिता और वैश्विक भलाई के एजेंडे को और मजबूत किया है.’
उन्होंने कहा, ” जुलाई 2024 में मास्को में आयोजित वार्षिक शिखर सम्मेलन के आधार पर कजान की मेरी यात्रा भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी. मैं ब्रिक्स के अन्य नेताओं से भी मिलने के लिए उत्सुक हूं.” उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान ब्रिक्स समूह के नेताओं और अन्य आमंत्रित अतिथियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे. यह इस साल उनकी दूसरी रूस यात्रा है. रूस के कजान शहर में 22 और 23 अक्टूबर को ब्रिक्स का शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. संगठन के विस्तार के बाद यह इसका पहला शिखर सम्मेलन है. मिस्र, ईरान, इथियोपिया और यूएई इसी साल इस संगठन में शामिल हुए हैं.
भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि उनका देश ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ 40 अन्य नेताओं का स्वागत करने के लिए उत्सुक है. अलीपोव कहा कि ब्रिक्स में नए सदस्यों के शामिल होने की उम्मीद है. रूस वर्तमान में ब्रिक्स का अध्यक्ष है. इसकी शुरुआत चार देशों – ब्राजील, रूस, भारत और चीन के साथ आने पर ब्रिक के रूप में हुई थी. 2010 में इसमें दक्षिण अफ्रीका भी शामिल हुआ. इसके बाद इसे ब्रिक्स नाम दिया गया. पिछले साल इस संगठन का और विस्तार हुआ. अलीपोव ने कहा है कि बड़ी संख्या में देशों ने इसमें शामिल होने में रुचि दिखाई है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के अवसर पर भारतीय फिल्मों को और बढ़ावा देने पर भी चर्चा कर सकते हैं.ऐसे संकेत पिछले सप्ताह मॉस्को में राष्ट्रपति पुतिन ने वैश्विक संवाददाता सम्मेलन में दिए थे.रूस में राजकपूर की आवारा और मिथुन चक्रवर्ती की डिस्को डांसर से लेकर शाहरुख खान की पठान तक विभिन्न बॉलीवुड फिल्में लोगों को बेहद पसंद हैं. राष्ट्रपति पुतिन ने विदेशी पत्रकारों के एक समूह के साथ बातचीत में कहा कि उन्हें लगता है कि रूस में भारतीय फिल्में कहीं और की तुलना में अधिक लोकप्रिय हैं. उन्होंने कहा कि रूस में एक विशेष टीवी चैनल है. वह हमेशा भारतीय फिल्में दिखाता है.
हिन्दुस्थान समाचार