नई दिल्ली: देशभर में पंच दिवसीय दीपोत्सव का त्योहार दीपावली लोग धूमधाम से मनाई. राजधानी दिल्ली के बाजारों में खरीदारी के लिए लोगों की जबरदस्त भीड़ दिखी. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने गुरुवार को कहा कि 4.25 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हो हुआ. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रहेगी.
सांसद एवं कैट महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने राजधानी नई दिल्ली स्थित 925/1 नाईवाला, करोल बाग के कैट मुख्यालय में दीपावली के विशेष पूजा के अवसर पर बताया कि इस वर्ष 4.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हो चुका है, जो अबतक रिकॉर्ड व्यापार है. उन्होंने कहा कि इस बार ज्यादातर लोगों ने चीनी उत्पादों को नकारते हुए पूरी तरह से भारतीय उत्पाद को प्राथमिकता दी है.
खंडेलवाल ने कहा कि कैट राजधानी नई दिल्ली सहित सभी देशवासियों का आभार व्यक्त करता है, जिन्होंने इस दिवाली पर स्थानीय उत्पादों को खरीद कर देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में योगदान दिया. उन्होंने कहा कि लोगों ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि त्योहार भारत की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा और अभिन्न हिस्सा हैं.
कैट मुख्यालय में दीपावली की पूजा के बाद कहा कि इस वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “वोकल फॉर लोकल” अभियान के तहत भारतीय सामान की खरीद में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. कैट महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि लोगों ने दीपावली त्योहार के अवसर पर जमकर ख़रीदारी की. उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश बाजारों में चारों ओर दीपों की जगमगाहट और रंग-बिरंगी सजावट ने खरीदारी के माहौल को और आनंदमय बना दिया.
हालांकि, देश के कुछ हिस्सों में दीपावली का पर्व आज भी मनाया जाएगा, लेकिन इससे लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है. खंडेलवाल ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर बनने के बाद देश में यह पहली दीपावली है, इसलिए भी लोगों में उमंग बहुत ज्यादा है.
खंडेलवाल ने कहा कि बाजारों से अधिकांश लोगों ने मिट्टी के दीये, श्रीलक्ष्मी और श्री गणेश जी की प्रतिमा, घर की सजावट के सामान, वंदनवार, फूल-पत्तियां एवं पूजा-पाठ का सामान, बिजली की रंगबिरंगी लड़ियां, मिठाई एवं नमकीन, कपड़े, हैंडिक्राफ़्ट आइटम्स, उपहार की वस्तुएं, फुटवियर, मेकअप का सामान, कास्मेटिक्स, सोने-चांदी के सामान और अन्य घरेलू उत्पादों की खरीदारी की. इससे स्थानीय व्यापारियों और कारीगरों को बहुत लाभ मिला.
उन्होंने कहा कि दीपावली के करोबार को देखते हुए व्यापारी इससे उत्साहित हैं. कारोबारी अब देवउठनी एकादशी 12 नवंबर से शुरू होने वाले शादियों के सीजन पर बड़े व्यापार की उम्मीद लगाए बैठे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार