जगदलपुर: विद्युत विभाग आम उपभोक्ताओं द्वारा समय पर बिजली का बिल भुगतान नहीं करने पर तो बेहद सख्त होता है, और बिजली कनेक्शन काटने में भी देर नहीं करता. लेकिन बस्तर संभाग में शासकीय विभागों का बड़ा बकाया विद्युत विभाग के लिए संकट साबित हो रहा है. कार्रवाई के अभाव में इन पर बिजली बिल का भुगतान लंबित होता जा रहा है.आलम यह है कि बस्तर संभाग के सातों जिलों में उपभोक्ताओं पर कुल एक अरब 77 करोड़ 80 लाख 49 हजार रुपये का बिजली बिल बकाया है. सबसे ज्यादा बकाया शासकीय कार्यालयों पर 1 अरब 16 करोड़ 32 लाख रुपये है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में उपभोक्ताओं पर कुल एक अरब 77 करोड़ 80 लाख 49 हजार रुपए का बकाया है. इसमें शासकीय उपभोक्ताओं पर एक अरब 16 करोड़ 32 लाख रुपये और निजी उपभोक्ताओं पर 61 करोड़ 48 लाख रुपये का बिल लंबित है. दीपावली से पहले विद्युत कंपनी अपने उपकेंद्र, फीडर और लाइनों की मरम्मत और देख-रेख में लगी हुई थी. कंपनी के कर्मचारी जिनमें उपभोक्ताओं की फ्यूज कॉल्स को सुधारने और विद्युत व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए काम कर रहे थे. इसी बीच कंपनी ने बकाया बिल की वसूली के लिए एक टीम भी बनाई थी, जो दिनभर बकायादारों के घरों और दुकानों पर जाकर वसूली का प्रयास कर रही थी, लेकिन इस मेंटनेंस कार्य में व्यस्तता के कारण वसूली अभियान धीमा हो गया.
कार्यपालक निदेशक एसके. ठाकुर ने बताया कि सभी अभियंता मेंटनेंस कार्य के साथ-साथ बकाया वसूली पर भी ध्यान दे रहे है. वसूली हमारी रूटीन प्रक्रिया है, समय-समय पर हम बकायेदारों को नोटिस भी देते हैं. दीपावली की वजह से अभियान थोड़ी धीमी जरूर हुई है, लेकिन अब हम पिछले महीने की लक्ष्य को पूरा करेंगे.
हिन्दुस्थान समाचार