जगदलपुर: प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की पहली बैठक 18 नवंबर को चित्रकोट में होगी. बैठक की अध्यक्षता प्राधिकरण के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय करेंगे. एक साल बाद प्राधिकरण की बैठक दोबारा हो रही है. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में प्राधिकरण का अध्यक्ष बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल को बनाया था. वहीं भाजपा की सरकार में सीएम ने खुद फिर से प्राधिकरण की कमान अपने हाथ में ले ली है. जबकि उपाध्यक्ष कोंडागांव विधायक लता उसेंडी को बनाया है. बैठक में आदिवासी क्षेत्र के लिए योजनाओं व बजट पर मंथन होगा.
बैठक में मुख्यमंत्री, गृह, स्वास्थ्य, वन, खाद्य विभाग के अपर मुख्य सचिव, डीजीपी, पीसीसीएफ, पंचायत विभाग, कृषि, ऊर्जा, पीडब्ल्यूडी, स्कूल शिक्षा, वित्त, जल संसाधन, जनसंपर्क, सहकारिता, महिला बाल विकास, पीएचई विभागों के प्रमुख सचिव मौजूद रहेंगे. बैठक में बस्तर संभाग के सभी जिलों के विकास की अल्पकालिक व दीर्घकालिक योजनाओं पर मंथन होगा। साथ ही अजजा वर्ग के सामाजिक, सांस्कृतिक व आर्थिक हितों के संरक्षण का खाका तैयार करने के साथ ही जनजाति विकास की नीतियों व प्राथमिकताओं के अनुसार क्षेत्रीय विकास के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी. वहीं छोटे-छोटे निर्माण को क्षेत्रीय विकास के लिए लोगों की मांग पर मंजूरी भी दी जाएगी. इसमें ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास, आदिवासी संस्कृति को बचाना, पेयजल व जल संरक्षण, पशु चारा उत्पादन, टीकाकरण, गोबर खाद, नस्ल सुधार, कांजी हाउस, जैविक खाद उत्पादन, सौर उपकरण क्रय, पर्यटन स्थलों के रखरखाव व जीर्णोद्धार, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एंबुलेंस, दवाएं, उपकरण, भवनों की मरम्मत, फर्नीचर खरीदी सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होनी है.
हिन्दुस्थान समाचार