रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कल दिल्ली दौरे पर पहुंचे। इस दौरान देरशाम को उन्होंने केंद्रीय गृह एवं सहकारितामंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मुख्यमंत्री साय ने गृहमंत्री शाह को 13 दिसंबर को आयोजित बस्तर ओलंपिक के समापन और पुलिस अवार्ड कार्यक्रम में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया, जिसे गृहमंत्री ने स्वीकार कर लिया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान राज्य में नक्सल विरोधी अभियानों की हालिया उपलब्धियों और बस्तर संभाग में चलाए जा रहे विकास कार्यों के सम्बन्ध में केंद्रीय गृहमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि रोजगारपरक योजनाओं से माओवादी प्रभाव कमजोर हुआ है। राज्य सरकार और सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों के कारण बस्तर क्षेत्र में नक्सल प्रभावित इलाकों में घटनाओं में तेजी से कमी आई है। बस्तर अब नक्सल मुक्त होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि 2026 तक छत्तीसगढ़ को पूरी तरह नक्सल मुक्त कर लिया जाएगा। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री को अवगत कराया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों और नक्सल प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके तहत प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 15,000 मकानों के निर्माण को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री को बस्तर ओलंपिक के महत्व और राज्य में इसके प्रभावों के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह आयोजन युवाओं को खेलों के माध्यम से जोड़ते हुए शांति और विकास की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है। अब तक इस ओलंपिक में 1.65 लाख से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर ओलंपिक में हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी और वॉलीबॉल समेत 11 पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की एक नई लहर का प्रतीक है।
हिन्दुस्थान समाचार