नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रथम तीन दिवसीय अष्टलक्ष्मी महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इस भव्य आयोजन का साक्षी नई दिल्ली के प्रगति मैदान का भारत मंडपम बनेगा. प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम की सूचना आज सुबह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक्स हैंडल पर दी। भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने उद्घाटन समारोह की पूर्व संध्या पर जारी विज्ञप्ति में आयोजन की विस्तार से जानकारी साझा की. पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, यह महोत्सव पूर्वोत्तर भारत की विशाल सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करेगा. इस महोत्सव में पारंपरिक कला, शिल्प और सांस्कृतिक प्रथाओं की विविधता को एक साथ लाया जाएगा. यह महोत्सव पारंपरिक हस्तशिल्प, हथकरघा, कृषि उत्पादों और पर्यटन में आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देगा. विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृतिक जीवंतता को प्रदर्शित करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप आज अपराह्न लगभग 3 बजे भारत मंडपम में अष्ट लक्ष्मी महोत्सव का उद्घाटन करेंगे. इस तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सवका समापन आठ दिसंबर को होगा।विज्ञप्ति के अनुसार, इस महोत्सव में कारीगरों की प्रदर्शनियां, ग्रामीण हाट, राज्य विशेष मंडप होंगे। तीन दिवसीय आयोजन में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे. प्रमुख कार्यक्रमों में निवेशक गोलमेज सम्मेलन और क्रेता-विक्रेता बैठकें शामिल हैं।इन्हें इस क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाले नेटवर्क, भागीदारी और संयुक्त पहलों को निर्मित करने और मजबूत करने का अनूठा अवसर प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है. इस महोत्सव में डिजाइन कॉन्क्लेव और फैशन शो भी होंगे। पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध हथकरघा और हस्तशिल्प परंपरा को राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित किया जाएगा. इस महोत्सव में जीवंत संगीत और पूर्वोत्तर के व्यंजनों का भी प्रदर्शन किया जाएगा.
हिन्दुस्थान समाचार