कोरबा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक और जनकल्याणकारी योजना ’’ प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना ’’ के अंतर्गत कोरबा शहर को 40 बसों की स्वीकृति पूर्व में प्रदान की गई है. वहीं ई-बसों के संचालन संधारण हेतु बस डिपो सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर व बीटीएम पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर हेतु केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा 10 करोड़ 97 लाख रुपये की स्वीकृत मिली है. अब जल्द ही इस कार्य हेतु निविदा बुलाई जाएगी, शहर के नागरिकों को आवागमन हेतु प्रदूषण मुक्त ई-बस की सुविधा मिलेगी.
भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के अंतर्गत कोरबा शहर के लिए 40 बसों की स्वीकृति पूर्व में प्रदान की गई है, जिसमें 09 मीटर साईज की 20 बसें एवं 07 मीटर साईज की 20 बसें शामिल हैं. योजनांतर्गत बसों का एग्रीगेशन एवं आपरेशन कन्वर्जस एनर्जी सर्विसेस लिमिटेड के द्वारा किया जाएगा. इन बसों के परिचालन हेतु केन्द्र सरकार द्वारा 09 मीटर साईज की बस हेतु 22 रुपये प्रति किलोमीटर तथा 07 मीटर साईज की बस हेतु 20 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से राशि प्रदान की जाएगी, जिसमें प्रत्येक वर्ष वृद्धि का प्रावधान भी रखा गया है.
राज्य सरकार द्वारा कोरबा अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटी को उक्त योजना की क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त किया गया है. बस डिपो सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर हेतु केन्द्र सरकार द्वारा प्रदत्त राशि 04 करोड़ 31 लाख रुपये एवं राज्य सरकार द्वारा राज्यांश राशि 02 करोड़ 88 लाख रुपये की स्वीकृति के साथ-साथ बीटीएम पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर हेतु 03 करोड 78 लाख रुपये, इस प्रकार कुल मिलाकर 10 करोड़ 97 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है, अब जल्द ही उक्त इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण हेतु निविदा की कार्यवाही की जाएगी।प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना हेतु प्राप्त होने वाली इन सभी 40 बसों का परिचालन निर्धारित रूट पर किया जाएगा, कोरबा अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटी की साधारण सभा के द्वारा बसों के मार्ग का निर्धारण किया जाएगा.
प्रदूषण से मुक्त होंगी ई-बसें
वाहनों के चलन से उनके ईंधन से निकलने वाले रासायनिक धुंए से हवा की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ता है, पर्यावरण प्रदूषित होता है।इसी को देखते हुए भारत सरकार द्वारा शहरी क्षेत्रों में ई-बसों के संचालन हेतु ’’ प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना ’’ क्रियान्वित की गई हैं. कोरबा औद्योगिक शहर है, परिणाम स्वरूप यहॉं पर प्रदूषण की भी समस्या है, संचालित की जाने वाली ई-बसें विद्युत आधारित बैटरी से चलेगी, जिससे वे प्रदूषण मुक्त होंगी तथा कोरबा की आवो-हवा में भी सुधार की संभावना बनेगी.
हिन्दुस्थान समाचार