दमिश्क: सीरिया में विद्रोहियों की मजबूत पकड़ ने ईरान के होश उड़ा दिए हैं। उसने सीरिया से अपने सैन्य अधिकारियों और दूतावास कर्मियों को सुरक्षित निकालना शुरू कर दिया है. ईरान लगभग 13 साल से सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की हर तरह से मदद कर रहा है. ईरान के इस अप्रत्याशित कदम ने राष्ट्रपति असद की चिंता बढ़ा दी है. द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, ईरान ने शुक्रवार को सीरिया से अपने सैन्य अधिकारियों, जवानों और दूतावास के कर्मियों को निकालना शुरू कर दिया. इनमें ईरान की शक्तिशाली कुद्स फोर्सेज के शीर्ष कमांडर शामिल हैं. यह फोर्सेज रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की बाहरी शाखा है। यह सब राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता में बनाए रखने में मदद कर रहे थे. महत्वपूर्ण यह है कि ईरान ने लेबनान में हिजबुल्लाह को हथियारों की आपूर्ति के लिए सीरिया को एक प्रमुख मार्ग के रूप में इस्तेमाल किया है।अधिकारियों के अनुसार, ईरानियों ने शुक्रवार सुबह सीरिया छोड़ना शुरू कर दिया. ईरानी और क्षेत्रीय अधिकारियों ने कहा कि दमिश्क में ईरानी दूतावास और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के ठिकानों को खाली करने का आदेश दिया गया है. दूतावास के कुछ कर्मचारी तो तत्काल ईरान के लिए रवाना हो गए. ईरान ने इनमें से कुछ के लिए विमानों और कुछ के लिए सड़क मार्ग की व्यवस्था की है. इनकों कारों से लेबनान, इराक और सीरिया के लताकिया बंदरगाह भेजा जा रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार