आजकल बालों को रंगना फैशन बन गया है. पहले जहाँ सफेद बालों को काला करने की लिए ही कलर किया जाता था, अब युवा फैशन के लिए भी काले बालों को ग्लैमरस लुक देने के लिए सफेद रंगत दे रहे हैं. बालों को रंगने में हालाँकि बुराई नहीं है लेकिन अगर केमिकल उत्पादों का जरूरत से ज्यादा उपयोग किया जाये तो बाल झड़ने, खुजली के साथ बालों की अनेक समस्याएं खड़ी हो जाती हैं. जो आपकी सेहत को नुकसान पहुँचा सकता है। बालों को रंगने से आपकी सुन्दरता में निखार आता है तो आपको बालों को रंगने के नुकसान के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। बालों को रंगने के लिए कुछ सावधानियों को भी जरूर अपनाना चाहिए क्योंकि हेयर कलर और डाई आपके बालों को ड्राई और डैमेज कर बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं।
प्राचीन काल से ही मेंहदी, अखरोट और इंडिगो बालों को कलर और चमक देने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह अलग बात है कि आज बड़े पैमाने पर बालों को कलर किया जाता है और फैशन को ध्यान में रख कर कलर विभिन्न तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है. परमानेंट डाई और कलर बालों की संरचना को बदलकर काम करते हैं। वास्तव में यह बाहरी परत को असमान ढंग से हटाकर भीतरी परत में घुसकर काम करती है. सेमी परमानेंट तरीके जैसे बालों को धोना और क्रीम लगाना, 4 से 6 शैंपू के बाद निकल जाता है. यह बालों की बाहरी परत में जाकर काम करता है लेकिन यह परमानेंट कलर्स से ज्यादा नुकसान नहीं पहुचता है।.
सब्जी से बने आधुनिक कलर्स भी आजकल हेयर मस्करा के रूप में भी उपलब्ध हैं. हेयर मस्कारा कुछ हद तक क्रेयॉन की तरह होते हैं जो बालों के स्ट्रैन्ड को श्स्ट्रीकश करने के लिए किये जाते है. यह काफी प्रभावी रूप से सफ़ेद बालों को छिपाते हैं। यह बालों को ग्लैमर लुक देते हैं और सामान्य बालों से अलग लुक देने में भी मदद करते है. यह एक अलग लुक पाने के लिए इस्तेमाल किये जा सकते है. सिर्फ मनोरंजन के लिए या अलग लुक देने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं. हेयर मस्कारा हेयर क्लर का अस्थायी तरीका है. ये उपयोग और हटाने में आसान होता है और अगले शैम्पू तक ही रहता है. इसका मुख्य लाभ यह है कि ये बालों की संरचना और बनावट को होने वाले नुकसान से सुरक्षित रहता है.
बाजार में हर्बल उत्पादों से बने प्राकृतिक कलर भी मिल जाते हैं लेकिन वह सामान्यत महंगे होते हैं। हर्बल रंगों को आप घर पर भी बना सकते हैं, जो बालों को काला-भूरा रंग देता है. यह 100 प्रतिशत केमिकल से मुक्त और पूरी तरह से प्राकृतिक है। इसमें मेंहदी, इंडिगो और कत्था जैसी प्राकृतिक कलरेन्ट शामिल है. इनमें मौजूद तत्व बालों के लिए फायदेमंद होते हैं. इसे घर पर उपयोग करने के लिए पहले पेस्ट बनाने के लिए गुनगुने पानी में मिला लें. रबर के दस्ताने के साथ समान रूप से ऊपर से नीचे तक तुरंत बाल पर लगाएं. 3 घंटे के लिए छोड़ दें. अच्छी तरह धो लें और बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए 1.15 मिनट के लिए हेयर ड्रायर का उपयोग करें.
आंवला सफेद बालों को नियंत्रित करने के लिए उत्तम माना जाता है. एक कच्चे आंवले का रस पानी के गिलास में डाल कर रोज पीने से ये सफ़ेद बालों को नियंत्रित करने में मदद करता है. आंवले को पानी के साथ पतला करके पीना जरूरी होता है.
आंवला मेंहदी पाउडर में मिलाया जा सकता है. हालांकि मेंहदी सफेद बालों को लाल रंग देती है लेकिन यह काले बालों को रंग नहीं देती। अगर आप मेंहदी से बालों को रंगना चाहते हैं तो 2 से 3 कप पानी में रातभर सूखा आंवला भिगोकर रख दें। अगली सुबह आंवला पानी से निकाल लें लेकिन पानी फेंकें नहीं। आंवला पीस लें। मेंहदी पाउडर में आंवला पेस्ट, 4 छोटे चम्मच नींबू का रस और कॉफी, 2 कच्चे अंडे, 2 चम्मच तेल और पर्याप्त आंवले का पानी मिलायें। दो से तीन घंटे के लिए पेस्ट अलग रखें और फिर पूरे बालों में इस तरह लगायें कि सारे बाल कवर हो जायें। कम से कम दो घंटे के लिए रखें और सादे पानी से धो लें
सुनिश्चित करें मेंहदी पाउडर अच्छी गुणवत्ता का ही हो। यह गहरे हरे रंग होना चाहिए। हमें बालों के स्वास्थ्य को अच्छा करने और बालो की समस्याओं को दूर करने के लिए मेहंदी के साथ आंवला, ब्राह्मी, भृंगराज, बेल आदि का इस्तेमाल करना चाहिए। आप मेंहदी का परीक्षण रंग और उसकी विशिष्ट खुशबू द्वारा कर सकते हैं। मेंहदी लगाने के लिए अपने कंधे पर एक तौलिया डालें और रबर के दस्ताने पहनें। बालों को कई भागों में बांटकर एक टेल कोम्ब का प्रयोग करें। प्रत्येक भाग के दोनों किनारों पर मेंहदी लगायें और पूरे बालों को कवर करें, जब तक सिर के चारों ओर ना लग जाए तब तक ठीक से लगाये। इस पर एक प्लास्टिक की शावर केप पहनें.
मेंहदी के मुख्य लाभ में से एक यह है कि ये अद्भुत कंडीशनर है और बालों को सुरक्षा तथा शक्ति प्रदान करता है। दूसरे शब्दों में मेंहदी क्षतिग्रस्त बालों के लिए स्वास्थ्य को वापस लाने और खोपड़ी के लिए प्राकृतिक अम्ल व क्षारीय का संतुलन सही करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें एक-एक बाल कोकोटिंग करने की क्षमता होती है। साथ ही बालों को ताकत, मोटाई प्रदान करता है. यह एक शक्तिशाली प्राकृतिक क्लींजर भी है। यह बालों का प्राकृतिक संतुलन खोये बिना उन्हें साफ करता है। यह बालों को स्वस्थ, साफ, चमकदार और संभालने में आसान बनता है.
बालों को कलर करते हुए कुछ सावधानियां
यदि आप घर पर परमानेंट या सेमी परमानेंट कलर कर रहे हैं तो इन महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
1- आंखों की कलर एजेंटों से रक्षा करनी चाहिए।
2- बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
यदि आप बालों को खुद रंग रहे हैं तो निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
1 – कलरिंग से पहले और बाद में कंडीशनर का इस्तेमाल करें।
2- अपने बालों को कलर और स्ट्रेटनिंग एक ही समय ना करें, दो प्रक्रियाओं के बीच कम से कम छह सप्ताह का इंतजार करना चाहिए।
3- धूप रंगों को प्रभावित कर सकती हैं इसलिए धूप में दुपट्टे बालों को कवर कर सुरक्षित रखें।
4- अगर आप अपने बालों को कलर करवाने पहली बार जा रहे है तो ब्यूटी सैलून में करवाना एक अच्छा विचार हो सकता है। क्योंकि इस तरह आप प्रक्रिया को देख कर समझ सकते हैं।
5- अमोनिया फ्री कलरेन्ट का उपयोग करना सबसे अच्छे होता है।
6- अगर आपने केमिकल कलरेन्ट का इस्तेमाल किया है तो तुरंत बाद मेंहदी कंडीशनिंग उपयोग से बचें।
(लेखिका, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञा हैं।)
हिन्दुस्थान समाचार