तेल अवीव: इजराइल की सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में दक्षिणी लेबनान से सैनिकों की वापसी पर कोई निर्णय नहीं हो सका. पिछले साल नवंबर में हुए युद्ध विराम समझौते के अनुसार 26 जनवरी तक इजराइल को अपने सैनिकों को दक्षिणी लेबनान से वापस बुलाना है.
द टाइम्स ऑफ इजराइल समाचार पत्र की आज की खबर में हिब्रू मीडिया आउटलेट वाई नेट के हवाले से यह जानकारी दी गई. वाई नेट के अनुसार एक वरिष्ठ इजराइली अधिकारी ने अपनी पहचान न उजागर करने का आग्रह करते हुए कहा कि इजराइल नवंबर में हस्ताक्षरित युद्ध विराम समझौते में निर्धारित समय सीमा से परे दक्षिणी लेबनान के कुछ हिस्सों में सैनिकों को तैनात रख सकता है.
सुरक्षा कैबिनेट को कल रात बैठक में जमीनी स्थिति पर विचार-विमर्श जरूर हुआ, लेकिन सैनिकों की 26 जनवरी तक वापसी होने पर सहमति नहीं बन पाई. युद्ध विराम की शर्तों के तहत इजराइली रक्षा बलों को 26 जनवरी तक दक्षिणी लेबनान को खाली करना है. इजराइल ने कथित तौर पर कहा कि इसके लिए 30 दिन का समय और चाहिए, क्योंकि पूरे क्षेत्र में हिजबुल्लाह फिर से संगठित हो गया है. इस अधिकारी का कहना है कि इजराइल इस संबंध में फैसला लेने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के साथ बातचीत करना चाहता है. अमेरिका में इजराइल के निवर्तमान राजदूत माइकल हर्जोग ने आर्मी रेडियो नेटवर्क को बताया कि उनका मानना है कि यरूशलेम और वाशिंगटन इस मामले पर “एक समझ पर पहुंचेंगे”.
हिन्दुस्थान समाचार