महाकुम्भ नगर: पतित पावनी मां गंगे, यमुना एवं अन्त: सलीला सरस्वती के पावन संगम तट पर बसंत पंचमी से पूर्व पावन अवसर पर पुण्य अर्जित करने को श्रद्धालुओं का आगमन तेज हो गया है. शनिवार सुबह 08 बजे तक 42.31 लाख से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर और अधिक कड़े इंतजाम किए गए है। मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
अपर मेला अधिकारी महाकुम्भ विवेक चर्तेदी ने बताया कि शनिवार सुबह से 10 लाख से अधिक कल्पवासी और आने वाले तीर्थयात्री की 32.31 लाख श्रद्धालु पतित पावनी मां गंगे, यमुना एवं अन्त:सलीला सरस्वती के पावन संगम के विभिन्न घाटों पर आस्था की डुबकी लगा चुकें है. शनिवार सुबह 08 बजे तक कुल 42.31 लाख से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुकें है. तीर्थयात्रियों के आगमन में वृद्धि हो चुकी है.
महाकुम्भ में 144 वर्ष ऐसे पुण्य संयोग में 07 जनवरी तक 40.68 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं, तीर्थयात्रियों के आगमन में वृद्धि हो गई है. सुरक्षा के मद्देनजर सभी स्नान घाटों पर बचाव रात दल, जल पुलिस एवं गोताखोर लगातार निगरानी और कड़ी कर दी गई है. भीड़ पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए घाटों से स्नान कर चुके श्रद्धालुओं को हटाने के लिए लगातार आवाज लगाते हुए बाहर निकाला जा रहा है.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा में पुख्ताइंतजाम,मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ राजेश द्विवेदी बताया किन मेला क्षेत्र में प्रवेश करने वाले मार्गो पर बड़े वाहनों के प्रवेश प्रतिबंध जारी है. यह प्रतिबंध श्रद्धालुओं की भीड़ सामान्य होने तक आवश्यकतानुसार लगाया जा रहा है.
आकस्मिक सेवा के लिए एम्बुलेंस एवं अग्निशमन को छोड़कर सभी के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेंगे. प्रशासन का कहना है कि इन बदलावों का उद्देश्य कुम्भ क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचाने में सहयोग करें.
हिन्दुस्थान समाचार