रायपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर नक्सल एनकाउंटर में रविवार को जहां सुरक्षाबलों ने 31 नक्सलियों को ढेर का दिया है वहीं बलौदाबाजार -भाटापारा के जवान प्रधान आरक्षक नरेश ध्रुव और बालोद के वासित रावटे बलिदान हो गए. बालोद से बलौदाबाजार तक और रायपुर से बीजापुर तक मातम पसर गया है. मारे गए नक्सलियों के शव और घटनास्थल से बरामद AK-47, इंसास जैसे ऑटोमैटिक वेपंस को बीजापुर जिला मुख्यालय लाया गया है और उनकी शिनाख्त की जा रही है. दोनों जवानों के बलिदान पर मुख्यमंत्री साय ने दुख जताया है. उन्होंने देर रात सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक संदेश जारी कर दोनों जवानों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
जवान वासित रावटे के बलिदान की खबर मिलते ही बालोद जिले में और फागुनदाह गांव में मातम पसर गया.वासित रावटे अपने पीछे दो बेटियों, पत्नी और मां पिता को छोड़ गए हैं. बलिदानी वासित रावटे के भाई उत्तम कुमार ने बताया कि शाम को जब पहली खबर आई तो उनके अधिकारियों ने बताया कि वासित को गोली लगी है. उस दौरान वह बाहर गांव जा रहा था. थोड़ी देर बाद फिर से फोन आया तो बताया गया कि उनका भाई बलिदानी हो गया है. गांव में सभी दुखी हैं. वासित के दोस्तों ने बताया कि हम साथ स्कूल जाते थे. साथ खेलते और पढ़ते थे, हम किसान बन गए और वो जवान बन गया। आज जो खबर मिली उससे हम स्तब्ध हैं.
दंतेवाड़ा के डीआईजी कमलोचन कश्यप ने बताया कि बीजापुर जिले के इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अन्नापुर और बड़े काकलेर में हुए मुठभेड़ में 31 वर्दीधारी नक्सलियों मारे गए हैं। इनमें 20 पुरुष व 11 महिला नक्सली शामिल हैं. दो जवान बलिदान हुए हैं, दो जवान घायल है. जिन्हें एयरलिफ्ट कर रायपुर इलाज के लिए लाया गया है.
हिन्दुस्थान समाचार