नई दिल्ली: चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े कल जारी होंगे. भारत की जीडीपी की ग्रोथ रेट अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में सकारात्मक बनी रहने की उम्मीद है. जानकारों का मामना है कि तीसरी तिमाही में यह लगभग 6.3-6.4 फीसदी के दायरे में रह सकती है.
आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में लिए देश की जीडीपी के आंकड़े 28 फरवरी को शाम 4 बजे जारी किए जाने की संभावना है. आर्थिक मामलों के जानकारों ने उच्च सरकारी खर्च के कारण देश की जीडीपी वृद्धि दर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 6.3 फीसदी तक बढ़ने की संभावना है.
वहीं, अधिकांश रेटिंग एजेंसियों ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ 6.3-6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. अइंडिया रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए 6.5 प्रतिशत का उच्चतम जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान दिया है, जबकि नोमुरा का सबसे कम 5.8 प्रतिशत हने का अनुमान है. इसके अलावा अन्य अनुमानों में बैंक ऑफ बड़ौदा और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को उम्मीद है कि भारतीय अर्थव्यवस्था तीसरी तिमाही में क्रमशः 6.4 फीसदी और 6.2-6.3 फीसदी की दर से बढ़ेगी. रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने 6.4 प्रतिशत जीडीपी ग्रोथ का पूर्वानुमान दिया है.
उल्लेखनीय है कि देश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 6.7 प्रतिशत रही थी, लेकिन आम चुनावों की वजह से सरकार के पूंजीगत व्यय में कमी तथा कमजोर उपभोग मांग के कारण जुलाई-सितंबर दूसरी तिमाही में यह धीमी होकर सात तिमाहियों के निम्नतम स्तर 5.4 प्रतिशत पर आ गई थी.
हिन्दुस्थान समाचार
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