Chhattisgarh Jyoti Kalash Temple: हमने भारत में कई प्राचीन मंदिरों के बारे में सुना है और उनके पीछे की कहानी जानने में भी हमारी रुची रही है. भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जो बहुत विचित्र हैं चाहे वो उनकी बनावट हो या फिर उनसे जुड़ी मान्यता से विभन्न हों. आइए जानतें हैं बनावट से विचित्र मंदिर जिसका नाम कलश मंदिर धमधा है.
1. ज्योति कलश मंदिर छत्तिसगढ़ राज्य के दुर्ग जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमिटर दूर धमधा थाना क्षेत्र में स्थित है. यह न केवल राज्य बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध है.
2. इस मंदिर की खासियत यह है की इस मंदिर का निर्मण मिट्टी के ज्योति कलश और दीयों से किया जा रहा है. यहां के पुजारी का मानना है कि यह पूरे देश में पहला ऐसा मंदिर है.
3. यह मंदिर महाबलि हनुमान जी को समर्पित है, मंदिर के गर्भग्रह में हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की गई है.
4. मंदिर को मिट्टी के ज्योति कलश से बनाने के पीछे यहां के पुजारी नरेंद्र बाबा का मानना था कि नवरात्रि और दीपावली के समय लोग 9 दिन तक मां दुर्गा की पूजा करने के साथ-साथ कलश में दीप जलाते हैं और उसके बाद ज्योति कलश को नदी में बहा देते हैं. विसर्जित कलश को लोगों के पैरों में लगता देख उन्होंने कलश और दीप को इकट्ठा कर बड़ें मंदिर का निर्माण शुरु कर दिया.
5. मंदिर का निर्माण कार्य शुरु हुए 14 साल हो चुके हैं, लेकिन अभी भी ये अनोखे मंदिर का निर्माण पूर्ण नहीं हुआ है.
6. अब तक इस मंदिर में एक लाख से ज्यादा कलश और दिए लगाए जा चुके हैं और मंदिर लगभग 50 फीट लम्बा बन चुका है.
7. अब तक मंदिर निर्माण के लिए मां दंतेश्वरी, मां बमलेश्वरी, मां महामाया मंदिर से मिट्टी के कलश लाए जा चुके हैं.
8. मंदिर के पुजारी ने बताया की कई राज्यों से लोग यहां मंदिर की विचित्रता और सुंदरता से आकर्षित होकर पूजा -अर्चना करने आते हैं.
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